मंदसौर। खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने को लेकर सांसद सुधीर गुप्ता ने लोकसभा में प्रश्न किया। सांसद गुप्ता ने कहा कि सरकार द्वारा खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने और इनके विकास तथा वृद्धि हेतु नए मार्ग तलाशने हेतु क्या कदम उठाए गए या फिर किस प्रकार से प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार ने हाल ही में नई दिल्ली में तीन दिवसीय वर्ल्ड फूड इंडिया, 2023 समारोह का आयोजन किया। इसके तहत कौन से आयोजन किए गए और किन देशों ने इसमें भाग लिया।
उन्हांेने कहा कि सरकार का खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए देश भर में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने का विचार किया जा रहा। साथ ही देश के विभित्र भागों में वर्ल्ड फूड समारोह के आयोजन हेतु एक अलग कोष बनाने का विचार है। सरकार द्वारा भारत को विश्व के प्रमुख खाद्य केंद्र के रूप में प्रस्तुत करने के लिए अन्य क्या कदम उठाए गए हैं।
प्रश्न के जवाब में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने बताया कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (एमओएफपीआई) ने 3 से 5 नवंबर, 2023 के दौरान प्रगति मैदान, नई दिल्ली में वर्ल्ड फूड इंडिया-2023 का आयोजन किया। इस आयोजन में घरेलू और विदेशी हितधारकों के व्यापक स्पेक्ट्रम ने भाग लिया, जिसमें 1208 प्रदर्शक, 7 मंत्रि-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल सहित 14 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल, 715 विदेशी और 218 घरेलू खरीदार, 97 कॉर्पाेरेट नेता, 10 केंद्रीय मंत्रालय/विभाग, 25 राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के अलावा 6 कमोडिटी बोर्ड शामिल थे। नीदरलैंड इस आयोजन का भागीदार देश और जापान फोकस देश था। उन्होने कहा कि मंत्रालय समय-समय पर आयोजित प्रचार कार्यक्रमों के माध्यम से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों सहित खाद्य प्रसंस्करण हितधारकों को आम सहयोगी मंच पर लाने में मदद करता है। ये प्रचार कार्यक्रम और वर्ल्ड फूड इंडिया मंत्रालय के बजटीय प्रावधानों के तहत समर्थित हैं। मंत्रालय अपनी प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (पीएमकेएसवाई), खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआईएसएफपीआई) और प्रधान मंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) योजनाओं के माध्यम से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देता है।
इन योजनाओं के तहत सहायता प्राप्त परियोजनाओं के परिणाम स्वरूप 21656 करोड़ रुपये से अधिक का अनुमानित निवेश लाभ हुआ है। पीएलआईएसएफपीआई का लक्ष्य खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में चैंपियन ब्रांड बनाकर खाद्य प्रसंस्करण क्षमता के विस्तार को सुविधाजनक बनाना है।