छतरपुर। जिले के बाजना थाना क्षेत्र में एक ऐसा कुंड है जिसका पानी नीला और बेहद साफ है। इस कुंड के पानी में किसी भी चीज को बहुत दूरी तक साफ तौर पर देखा जा सकता है। लेकिन यह कुंड इतना गहरा है कि आज तक देश विदेश से कई बार गोता खोर आये लेकिन इस कुंड की गहराई का पता नहीं लगा पाए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पांडव जब वन में भ्रमण कर रहे थे तभी द्रोपती को प्यास लगी तो भीम ने अपनी गधा से प्रहार कर धरती से पानी निकाला था। लोगों का ऐसा कहना है कि अर्जुन ने इसी कुंड में तीर चलाकर इसको पाताल से जोड़ दिया था। इसीलिए आज तक कोई इसकी गहराई नहीं नाप पाता है। यह कुंड बड़ा नहीं है, लेकिन इसका रहस्य बहुत बड़ा है। इसमें कई बड़े हादसे हो चुके हैं। कई लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है तो कई लोगों की लाश अभी तक नहीं मिली।
गोताखोरों का कहना है कि इस कुंड में एक निश्चित दूरी के बाद बहुत तेज बहाव मिलता है। लगता है जैसे कोई चीज खींच रही हो। गोताखोर उसके आगे जा ही नहीं पाते। अभी हाल ही में नए वर्ष का जश्न मनाने एक कानपुर का परिवार यहां आया था। इस परिवार का एक 35 वर्षीय युवक पानी में डूब जाता है। 8 दिन बाद भी कई टीमों द्वारा खोजने के बाद भी उसकी लाश नहीं मिली। इसके पहले भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है। जिसको लेकर आज छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर ने इस कुंड में नहाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
स्थानीय लोग व वहां के पुजारी बताते हैं कि जब कोई सुनामी या समुद्र में हलचल होती है तो उसका असर इस कुंड में दिखाई देता है। मतलब इस कुंड का सीधा कनेक्शन समुद्र और पाताल से हैं।