सिंगोली। तहसील के आदिवासी गांव डूंगरपुर का रहने वाला युवक बनवारी भले ही जन्म से दृष्टिहीन है, लेकिन वह अद्भुत कला का धनी है। उसके पास कोई साजों सामान नहीं है, महज एक लोहे ही रॉड का टुकड़ा और थिरकते उसके हाथ पड़ते है पत्थर पर तो निकलता है संगीत।
ज्ञान की भी तारीफ की जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि वह गाकर अपना नाम पता ही नहीं बताता है बल्कि अपने सारे रिश्तेदार, जिले तहसील और पुलिस थाना सहित क्षेत्र से संबंधित विभिन्न जानकारियां भी देता है।