ग्वालियर। लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक ने अपना नामांकन मगंलवार को दाखिल किया है। नामांकन भरने के बाद के बाद उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उनका कहना है यह चुनाव तानाशाही के खिलाफ है और लोकतंत्र को बचाने के लिए है। साथ में यह भी कहा कि मैं अकेले यह नहीं कर सकता हूं, इसलिए आम जन के समर्थन की मुझे जरुरत है।
नामांकन दाखिल करने पहुंचे कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक के साथ कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह, विधायक साहब सिंह गुर्जर, जिलाध्यक्ष शहर देवेंद्र शर्मा, डबरा विधायक सुरेश राजे, प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा सहित कांग्रेस नेता साथ पहुंचे थे।
बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक के नामांकन दाखिल करने के बाद कहा कि यह लोकसभा चुनाव देश में लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। यह संविधान का चुनाव है, आम लोगों के अधिकारों को बचाने का चुनाव है, लोगों की स्वतंत्रता के हनन को बचाने का चुनाव है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे अकेले का इतना साहस नहीं है कि मैं अकेले इन तानाशाहों का मुकाबला कर पाऊं, उनके पास तो पूरा तंत्र है बड़े-बड़े मंत्री हैं, रेल है जेल है सब इनके पास है, यह चुनाव ग्वालियर लोकसभा की जनता लड़ रही है मेरे परिजन लड़ रहे हैं। मैं तो केवल एक सांकेतिक मात्र हूं। कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक ने शायराना अंदाज में ष्यह जो लोग डर कर तुम्हारी शफ में आए हैं यह तुम्हें क्या जिंदा करेंगे जो मार कर आए हैंष् शायरी कहते हुए उन लोगों को निशाना बनाया है जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही 40 साल से कांग्रेस में रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह कंसाना को ग्वालियर लोकसभा से बहुजन समाज पार्टी ने टिकट देकर मैदान में उतारा है, नामांकन दाखिल करने में कांग्रेस के बड़े नेताओं की गैर मौजूदगी के बारे में प्रवीण पाठक का कहना है कि अभी जीतू पटवारी और अमन सिंघार मिलकर गए हैं। मैं अपना नामांकन सादगी से भरता हूँ यह चुनाव जनता लड़ रही है और जब जनता लड़ती है तो परिवर्तन होता है।