KHABAR : व्यक्तित्व परिष्कार हेतु जीवन साधना शिविर केंद्रीय जेल में बंदीओ के विचार परिवर्तन में आध्यात्मिक प्रयोग, पढे़ जयप्रकाश सोलंकी की खबर 

April 19, 2024, 10:37 am




बडवानी। केंद्रीय जेल में गायत्री परिवार और जेल प्रशासन के सयुक्त तत्वधान में समाज से कट कर जीवन जी रहे बंदीगृह में बंदीओ के लिए नए जीवन और अच्छे नागरिक बनाने की कार्यशाला गायत्री परिवार द्वारा आयोजित की गई। 18 से 29 अप्रेक 11 दिवसीय शिविर के प्रथम दिवस जेल की पाठशाला भवन में 150 बंदीओ की भागीदारी रही। शिविर का शुभारंभ गायत्री परिवार के जिला समन्वयक महेंद्र भावसार, जेल अधीक्षक शैफाली तिवारी, जेलर विनय काबरा, गोपाल कृष्ण प्रजापति द्वारा दीप प्रज्वलन, गुरु पूजन गायत्री पूजन कर के किया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक शैफाली ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की निराशा से हट कर आशा की ओर सोचना चाहिए। हम श्रेष्ठ थे अच्छे थे परंतु क्षणिक आवेश में ऐसा कृत्य कर दिया। जिससे बंदीगृह में जीवन गुजारना पड़ रहा है। परंतु आप सभी बंदी भाई अपने आचरण विचरण को शिविर में अच्छी बाते सिख कर सुधारे और अच्छे नागरिक बने गायत्री परिवार के द्वारा बहुत कुछ अच्छा सीखने को मिलेगा। अपना सुधार संसार की सबसे बड़ी सेवा है विषय पर जिला समन्वयक महेंद्र भावसार ने प्रेरणा प्रद विचार शिविर में प्रस्तुत किए। साधना के विषय को पल्लवी शास्त्री ने सारगर्भित किया मंत्र लेखन और जय से होने वाले लाभ को समझाया। शिविर प्रभारी गोपाल कृष्ण प्रजापति ने व्यसन से होने वाले दुष्परिणाम की व्याख्या की। राकेश मेंवाडे की संगीत टोली ने शानदार भजनों की प्रस्तुतियां देकर बंदीओ का उत्साह वर्धन किया। इस अवसर पर रेखा पुरोहित, तुलसी यादव, लीना पिपलिया, गणेश मुकाती भी उपस्थित थे। संचालन पल्लवी शास्त्री द्वारा आभार जेल अधीक्षक ने माना शांतिपाठ रेखा पुरोहित द्वारा किया गया। 

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