नीमच। शहर के मास्टर प्लान 2035 के लिए 2021 में प्रक्रिया प्रारंभ की गई। नए मास्टर प्लान में पहली बार भूमि के मिक्स यूज का प्रस्ताव भी रखा गया है। अगस्त 2022 में दावे-आपत्ति के साथ स्वीकृति के लिए इसे शासन को भेजा। तब से शहरवासियों को मास्टर प्लान के लागू होने का इंतजार है। अब यह इंतजार खत्म होने वाला है। शासन ने प्लान में से छह नए रास्तों के प्रस्ताव को हटाने की सूचना जारी कर दी। शेष प्लान यथावत रहेगा। गजट नोटिफिकेशन जारी होते ही यह अमल में आ जाएगा। इसके लागू होते ही कनावटी मार्ग पर आबादी के साथ व्यवसाय विकास को गति मिलेगी। शहर में 15 से अधिक नई कॉलोनियों का काम शुरू हो सकेगा। मिक्स यूज लैंड पर आवासी, व्यवसायी, लघु उद्योग, हॉस्टल व अन्य सभी को अनुमति मिल सकेगी।
मास्टर प्लान के प्रकाशन में कई जगह खेती की जमीन को आवास व मिक्स यूज में शामिल किया गया। इसके बाद से कॉलोनाइजरों ने नई कॉलोनियां काटने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी। दो साल में भरभड़िया, मनासा, भाटखेड़ा सहित कई मार्ग पर 15 से अधिक कॉलोनियों के लिए बाउंड्रीवॉल व अन्य कार्य किए जा चुके हैं। लेकिन इन्हें कॉलोनी काटने के लिए मास्टर प्लान के लागू होने का इंतजार है। इसी माह मास्टर प्लान लागू होते ही आवासी जमीन घोषित हो जाएगी व डेवलपमेंट प्रारंभ हो जाएगा।
केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश में अटल मिशन फॉर रिजूवेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (अमृत सिटी) से संबंधित शहरों के लिए अलग से जीआईएस आधारित मास्टर प्लान तैयार करने के लिए कहा था। ताकि आम आदमी से लेकर दिल्ली सहित देश में बैठे अधिकारी व अन्य व्यक्ति एक वन क्लिक पर संबंधित शहर का प्लान और लोकेशन को आसानी से देख सकें। इसके लिए चार साल पहले प्रदेश के अन्य शहरों की तरह नीमच के मास्टर प्लान-2035 के लिए प्रक्रिया शुरू हुई। इसे ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) के सहारे तैयार किया गया। अगस्त 2021 के अंत में मास्टर प्लान-2035 के लिए लोगों से दावे-आपत्ति व सुझाव लेकर स्वीकृति के लिए आयुक्त संचालनालय टीएनसीपी मप्र शासन भोपाल भेजा गया। तभी से मास्टर प्लान भोपाल स्तर पर अटका हुआ। 2 दिसंबर- 2022 को शासन ने वापस 8 संशोधन कर इसके अंतिम प्रारूप प्रकाशन किया। दावे-आपत्ति का निराकरण होने के बाद शासन ने मास्टर प्लान 2035 में से करीब 6 नवीन मार्ग को विलोपित करते हुए शेष प्लान यथावत रखा है। नवीन मास्टर प्लान की डिटेल व नक्शा लेने अधिकारी मंगलवार को भोपाल रवाना हुए। नक्शा व अंतिम प्रारूप आने के बाद पता चल पाएगा की कौन से छह मार्ग विलोपित किए गए। इन छह मार्ग के अतिरिक्त शेष प्लान यथावत रखा गया है।
उप संचालक टीएनसीपी नीमच विनीता दर्श्यामकर का कहना है कि शासन ने दावे-आपत्ति के बाद छह मार्ग को विलोपित किया है। यह कौन से मार्ग हैं इसके बारे में शासन द्वारा तैयार नया नक्शा देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। नवीन प्लान का नक्शा व जानकारी लेने भोपाल आए हुए है। शासन ने दावे-आपत्ति के बाद सूचना का प्रकाशन कर दिया। अब गजट नोटिफिकेशन होते ही नया मास्टर प्लान 2035 लागू हो जाएगा।
ये होगें प्रमुख बदलाव-
- ग्राम कनावटी में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर एवं ट्रांसपोर्ट नगर के पीछे प्रस्तावित एमआर-46 एवं नाले के बीच प्रस्तावित औद्योगिक भू-उपयोग में संशोधन कर वाणिज्यिक एवं आवासीय उपयोग तथा एमआर-46 के समानांतर 50.0 मीटर गहराई तक वाणिज्यिक उपयोग प्रस्तावित। इससे कनावटी क्षेत्र में विकास तेज होगा।
- ग्राम जयसिंह पुरा स्थित हवाई पट्टी से लगाकर विद्यमान मार्ग के दक्षिण भाग में प्रस्तावित परिवहन भू-उपयोग को विलोपित कर कृषि उपयोग और हवाई पट्टी के चारों तरफ आमोद-प्रमोद (हरित क्षेत्र) प्रस्तावित एवं हवाई पट्टी के उत्तरी भाग पर 300 मीटर रनवे प्रस्तावित।
- ग्राम जैतपुरा में मनासा मार्ग के दक्षिणी भाग में प्रस्तावित मिश्रित भूमि उपयोग को विलोपित कर यहां ट्रांसपोर्ट नगर, मैकेनिक नगर प्रस्तावित किया। इसके लिए 3.08 हेक्टेयर जमीन आरक्षित की गई।
- ग्राम जैतपुरा बायपास के पास स्थित तालाब के आस-पास कृषि भूमि को विलोपित कर पार्क भू-उपयोग होगा।
- नीमच सिटी-मनासा रोड पर पीजी कॉलेज के समीप सिंगोली मार्ग के दोनों तरफ प्रस्तावित औद्योगिक उपयोग को विलोपित कर आवासीय भू-उपयोग।
- ग्राम रावतखेड़ा में प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र के उत्तरी भाग से नाले एवं मार्ग के बीच प्रस्तावित औद्योगिक भू-उपयोग को विलोपित कर कृषि भू-उपयोग किया गया।