शाजापुर। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आज जिला कार्यक्रम अधिकारी नीलम चौहान के मार्गदर्शन में पोषण पखवाड़े के तहत विभिन्न गावों व वार्डों के आंगनवाडी केंद्रों पर पोषण व स्वास्थ जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया गया। इसी तारतम्य में शाजापुर सेक्टर-2 में आंगनवाडी केंद्रों पर मोटे अनाज से बने व्यंजन एवं हरी सब्जियों की पोषकता के बारे में जानकारी प्रदान की गई एवं बाल विवाह रोकथाम संबंधी विषय पर चर्चा की गई।
इसी प्रकार पर्यवेक्षक पूनम दुबे के नेतृत्व में ग्राम डांडिया खेड़ी में 6 माह पूर्ण कर चुके बच्चे का अन्नप्राशन किया गया, उपरी आहार के विषय में समझाइश दी गई, बच्चे को प्रतिदिन कितना आहार देना है, इस बारे में बच्चे की माँ को समझाइश दी गई। केंद्र पर उपस्थित 0 से 5 वर्ष के बच्चों का वजन सत्यापन किया गया, जिसमे से 2 बच्चे मेम कैटेगरी में चिन्हित हुए, उन बच्चों को एन. आर. सी भेजने की सलाह दी गई, एवं बाल विवाह किसी भी जगह न हो सके इसकी शपथ नागरिकों को दिलाई गई। इसी तारतम्य में सेक्टर पोलायकलां में मंगल दिवस का आयोजन किया एवं बाल विवाह रोकथाम हेतु शपथ दिलाई गई। सेक्टर पनवाड़ी में भी बाल विवाह रोकथाम हेतु महिलाओं को जागरूक किया गया एवं ग्राम आनंदी खेड़ी में बच्चों का वजन, टीकाकरण व अन्नप्राशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
शुजालपुर शहरी-2 के आंगनवाड़ी केंद्रों में भी पोषण पखवाड़े के अंतर्गत महिलाओं से पोषण व स्वास्थ की चर्चा की गई। साथ ही परियोजना अधिकारी नेहा चौहान व पर्यवेक्षक दीपशिखा निगम द्वारा वार्ड की महिलाओं को पोषण की जानकारी रंगोली के माध्यम से प्रदान की गई एवं शुजालपुर में पर्यवेक्षक मंजू दांगी द्वारा मोटे अनाजों की प्रदर्शनी के माध्यम से पोषण पर प्रकाश डाला गया। आंगनवाडी केंद्र मझानिया में पर्यवेक्षक अमिता माथुर द्वारा पोषण व स्वच्छता के विषय पर चर्चा कर बाल विवाह रोकथाम का संदेश दिया एवं पोषण थाली का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान लाड़ली बहना योजना की पात्र महिलाओं के आवेदन भी तैयार किये गए।