नीमच | जिला मुख्यालय नीमच से मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रेवली देवली गांव हमेशा ही कुछ अलग करने के लिए जाना जाता है। यह गांव हमेशा ही किसी न किसी विषय पर सुर्खियां बटोरता आया है। यहां के ग्रामीण चाहे वह किसान हो विद्यार्थी हो अथवा शासकीय सेवक हमेशा ही कुछ नया करने की फिराक में रहता है। इस बार भी रेवली देवली गांव के शासकीय प्राथमिक विद्यालय जोकि नई आबादी में स्थित है वहां के अध्यापक एवं उनके अन्य साथी गणों ने इस बार स्कूल के नए सत्र की शुरुआत से ही पूरे रेवली देवली गांव मैं घर घर जाकर तथा साथ ही साथ आस-पास के गांव में जाकर प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर एडमिशन के लिए उनके अभिभावकों को समझाइश दी तथा साथ ही इस बात की गारंटी भी दी की आपके बच्चे आपके नहीं हमारे हैं तथा प्राइवेट स्कूल से भी कई गुना बेहतर शिक्षा सरकारी स्कूल में मिलेगी तथा इन्हें किसी प्रकार की वहां पर असुविधा नहीं होगी तथा साथ ही साथ अभिभावकों कि खर्च पर बच्चों के लिए आने जाने हेतु टेंपो की व्यवस्था भी स्कूल के इन्हीं स्टाफ के द्वारा की गई जिसकी सराहना ग्रामीण जन कर रहे हैं तथा साथ ही साथ सोशल मीडिया में यह भी कहा जा रहा है कि अगर सरकारी स्कूल के सभी अध्यापकों की सोच इस तरह से हो जाए तो निश्चित ही जिस प्रकार से भ्रांति फैलाई जाती है कि शासकीय स्कूलों में पढ़ाई का स्तर प्राइवेट स्कूलों की तुलना में कमजोर है वह भी खत्म हो जाएगी। इसे जब हमने स्कूल के अध्यापक चेतन शुक्ला से बात करी तो उन्होंने बताया कि यदि हम कोई भी कार्य हो अगर लगन मेहनत और ईमानदारी के साथ करें तो निश्चित ही उसके परिणाम बेहतर होते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हम उस भ्रामक ता को मिटाना चाहते हैं जिसमें यह सोच बन चुकी है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई अच्छी नहीं होती है तो निश्चित हमारा प्रयास है कि हम बेहतर से बेहतर शिक्षा यहां पर देना चाहेंगे। आज बच्चों को स्कूल में प्रवेश से पहले फूल माला पहनाकर तथा पुष्प वर्षा कर इन सभी बच्चों का स्वागत किया गया इस अवसर पर अध्यापक चेतन शुक्ला, सरपंच प्रतिनिधि शांतिलाल नागदा सहित कई निपानिया बाद के ग्रामीण जन एवं बच्चे मौजूद थे।