मुरैना। यूरिया खाद के लिए किसान परेशान है। खाद के लिए हालात यह हैं, कि एक दिन टोकन और फिर दूसरे दिन फिर खाद के लिए लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं।उस पर भी समस्या यह, कि किसानों को जरूरत के मुताबिक खाद भी नहीं मिल पा रहा। अगर हालात ऐसे ही रहे तो कभी भी खाद के लिए किसानों का आंदोलन जिले में दिख सकता है।
यूरिया खाद के लिए जिलेभर में किसानों की कतारें नजर आ रही हैं। बीते एक सप्ताह से कैलारस, सबलगढ़, जौरा में खाद के लिए लाइनें लगी हैं। सोमवार को जिला मुख्यालय पर भी यही हालत बन गए। गोदाम सुबह 10 बजे खुलना था, लेकिन खाद लेने वाले किसान, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, उनकी कतार सुबह 6 बजे से गोदाम के बाहर लगने लगी। भीड़ को देखकर पुलिस की मदद ली गई। इसके बाद पुलिस की निगरानी में किसानों को कूपन बंटना शुरू हुआ। कतार इतनी लंबी थी। कि टोकन के लिए किसानों का नंबर चार से पांच-पांच घंटे बाद आया। कूपन वितरण के दौरान कई बार किसानों ने हंगामा किया, जिसे पुलिसकर्मियों ने शांत कराया।जिन किसानों को कूपन बांटे गए, उन्हें मंगलवार को खाद मिलेगा। एक किसान को एक आधार कार्ड पर अधिकतम पांच बोरे यूरिया मिल रहा है, इसे लेकर भी किसान विरोध कर रहे हैं। एक बोरा यूरिया एक बीघा बाजरा में खपता है, कई किसान ऐसे हैं जिन्होंने 10 से 20 बीघा में बाजरा की फसल की है, ऐसे किसानों को पांच बोरे यूरिया नाकाफी लग रहे हैं।