जबलपुर। शहर में दो दिन पहले आर्मी में सूबेदार साथियों सहित अपने दो बच्चों को जबरन उठाकर ले गया। सूबेदार बच्चों को लेकर कहां गया है 48 घंटे बाद भी पता नहीं चला है। घटना के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है। महिला ने अपने आर्मी में अफसर अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि वो मेरी जासूसी करा रहा था। मेरी ननद और सास मेरी झूठी शिकायत करती थीं। इसलिए मैं बच्चों को लेकर सुसराल छोड़ मायके में रहने आ गई।
घटना गुरुवार रात की है जब बिलहरी में रहने वाली भाग्यश्री के दोनों बच्चे पूजा करने के लिए मंदिर गए थे, तभी बच्चों के पिता अपने चार साथियों के साथ ब्लेक कार में आए बंदूक की नोंक पर बच्चों को उठा लिया। बच्चों की चीख पुकार सुनकर पड़ोस के लोग और भाग्यश्री भी दौड़ी पर तब तक कार में दोनों बच्चों को लेकर उसके पति गायब हो चुके थे।
जबलपुर के बिलहरी में रहने वाली भाग्यश्री यादव ने आर्मी में पदस्थ नायब सूबेदार से 2013 में लव मैरिज की थी। दोनों की मुलाकात 2012 में उस दौरान हुई जब राजपाल की जबलपुर में पोस्टिंग थी। एक फ्रेंड के जरिए भाग्यश्री की राजपाल से मुलाकात हुई, और फिर दोनों को प्यार हो गया। परिवार वालों की रजामंदी के खिलाफ दोनों ने शादी कर ली। कुछ समय तक तो राजपाल ने भाग्यश्री को अपने साथ रखा, फिर उसे उत्तरप्रदेश के हाथरस में अपने घर पर छोड़ दिया। शादी के कुछ माह ही बीतें थे कि राजपाल भाग्यश्री के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। जब कभी भी छुट्टी में वह घर आता तो अपनी बहन-मां की शिकायत सुनते ही भाग्यश्री के साथ मारपीट करता।
भाग्यश्री ने जबलपुर पुलिस पर आरोप लगाया कि अगर समय रहते पुलिस कार्रवाई करती तो आज दोनों बच्चे मेरे साथ होते। उन्होंने बताया कि गुरुवार की रात को जब मेरे पति मेरे दोनों बच्चों को लेकर भाग रहे थे उस दौरान सड़क पर डायल हंड्रेड भी खड़ी थी और जब मैंने उनसे कहा कि ब्लैक कार में मेरे दोनों बच्चों को अपहरण करके ले जाए जा रहा था तो डायल-100 में पदस्थ पुलिसकर्मियों कहना था कि पहले गोराबाजार थाने में जाकर शिकायत करों, उसके बाद फिर कार्यवाही होगी। भाग्यश्री अपनी बड़ी बहन के साथ भागते भागते गोरा बाजार थाने पहुंची जिसके बाद फिर पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम को संज्ञान में लिया और जिले में नाकेबंदी की पर तब तक राजपाल जबलपुर पुलिस की हद से दूर जा चुका था।
घटना को लेकर गोरा बाजार थाना प्रभारी विजय परस्ते का कहना है कि भाग्यश्री की शिकायत पर सिग्नल में पदस्थ नायब सूबेदार राजपाल और उसके साथियों की तलाश की जा रही है। जबलपुर और आसपास के जिलों में जितने भी टोल टैक्स है उसमें वीडियो निकाले जा रहे हैं इसके अलावा राजपाल के मोबाइल लोकेशन ट्रेस की जा रही है। थाना प्रभारी का कहना है कि राजपाल की अंतिम लोकेशन अभी उत्तर प्रदेश के हाथरस में मिली है, जिसके बाद परिजनों के साथ पुलिस की एक टीम यूपी के लिए रवाना की गई है।