नीमच। नर्सिंग आफिसर एसोसिएशन के तत्वावधान में नर्सिंग स्टाफ द्वारा अनिश्चित हड़ताल अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर छटे दिन शनिवार को जिला चिकित्सालय परिसर में 10 से 3 बजे तक 5 घंटे नर्सिंग स्टाफ धरना प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहें हैं।
दोपहर 12 नर्सिंग स्टाफ द्वारा जिला चिकित्सालय परिसर जिले भर में करीब 500 स्टाफ नर्सों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई नर्सिंग स्टाफ द्वारा जिला अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन किया गया । नर्सिंग स्टाफ द्वारा जमकर नारेबाजी की गई। शनिवार को जिला चिकित्सालय परिसर में चल रहे धरना प्रदर्शन स्थल पर नर्सिंग स्टाफ कर्मियों द्वारा केसरिया, सफेद और हरे कपड़े पहन कर मानव तिरंगा ध्वज श्रृंखला बना एवं हनुमान चालीसा का पाठ कर विरोध प्रदर्शन का अनूठा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नर्सिंग कर्मचारियों ने विभिन्न रंगों से रंगोली भी सजाई। अस्पताल के बाहर ही एंबुलेंस वाहन पार्किंग स्थल पर नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा धरने पर बैठ कर नारेबाजी की गई।
नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि हमारी मांगों को लेकर 2 साल से हम संघर्ष कर रहे हैं लेकिन सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं कर रही है। हड़ताल के कारण मरीजों को बहुत परेशानी हो रही है इसके जिम्मेदार भी सरकार है। जिला अस्पताल में नर्सिंग कर्मचारियों के करीब 108 पद पदस्थ है सभी हड़ताल पर चले जाने से व्यवस्थाए प्रभावित हो रही है। हालांकि जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा वैकल्पिक उपाय का दावा किया गया है किया जा रहा है जिला अस्पताल में प्राइवेट कॉलेज की नर्सिंग विद्यार्थियों, एनएचएम की नर्सों द्वारा व्यवस्था संभालने की कोशिश की जा रही है मरीजों को उपचार में परेशानी ना हो इसके प्रयास किए जा रहे हैं। शनिवार सुबह से ही जिले के सभी शासकीय अस्पतालों में नर्सिंग आफिसर हड़ताल पर रहें।
इस अवसर पर अध्यक्ष विमला राजपूत, रजनी बाला धाकड़, सुनीता निकुंभ, दिव्या सोनी, ऐश्वर्या सिंह, कपिल राठौर, शुभम नामदेव, प्राची तिवारी, हैप्पी सिंह जादौन रिंकू रानी, ज्योति राठौर, कविता पाटीदार, दीक्षा नायक, चंपा मईडा राजोरिया, सपना वैद्य, हर्ष युवने, लिरिशिया सोलोमन, रीना वरकडे, कोमल सूर्यवंशी, रोशनी मकवाना, पूजा स्थापूक प्रगति सातपुते आदि नर्सिंग स्टाफ उपस्थित था।
कर्मचारियों की कमी से कई मरीजों को न इंजेक्शन लगा दवाईयां मिली-
जिला चिकित्सालय में छठे दिन शनिवार को सुबह 10 से 11 बजे के मध्य भ्रमण करने के बाद सामने आया कि हड़ताल के कारण कई रोगी उनके परिजन उपचार के अभाव में परेशान होते दिखाई दिए। मरीजों को बोतल व इंजेक्शन लगाने में ही देरी हो रही थी। कई रोगियों को तो दवाई भी नहीं मिल रही थी। हड़ताल से स्टाफ की कमी का असर दिखाई देने लगा। कहीं दर्द के कारण गर्भवती महिलाएं तड़पती रही। अस्पताल में भर्ती कई मरीजों को न इंजेक्शन लगा ना दवाइयां मिली। गर्भवती प्रसूता महिलाओं को ज्यादा परेशानी हुई। नसों की हड़ताल होने के कारण अस्पताल की जिम्मेदारी संविधान और सुपर रही।
महिला ओपीडी वार्ड में बच्चों की धड़कन नापने महिलाओं का ब्लड प्रेशर नापने में अधिक भीड़ होने से परेशानी बढ़ गई। डॉक्टर ओपीडी में मरीजों को शुगर और रक्त के नमूने लेने की भीड़ बहुत देखी गई। आईसीयू एनसीसीयू वेटरनरी वार्ड सर्जिकल मेडिकल वार्ड ओपीडी कक्ष जहां पांच नर्सिंग स्टाफ होता है वहां एक स्टाफ ने सेवाएं प्रदान की जिससे कामकाज प्रभावित हुआ। कई मरीजों को उदयपुर रेफर किया जा रहा है।
इनका कहना है-
सरकार मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। केसरिया सफेद हरे कपड़े पहन तिरंगा ध्वज बनाकर देश भक्ति दिवस मना व हनुमान चालीसा पाठ का कर आज सरकार के खिलाफ अनूठा विरोध प्रदर्शन किया गया सरकार से हमारी मांगों पर विचार करने की मांग की गई है।
-विमला राजपूत, जिलाध्यक्ष नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन नीमच,
108 नर्सिंग स्टॉप नियुक्ति पर है, जिसमें से 90 हड़ताल पर है अट्ठारह अलग-अलग छुट्टियों पर है 29 एनएचएम से, 50 ज्ञानोदय आदि के विद्यार्थी रोगियों की सेवा में तत्पर है। जिला अस्पताल में मरीजों को उपचार में देरी नहीं हो, आपातकालीन रोगियों की चिकित्सा सेवा पर इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
-डा महेंद्र पाटील सिविल सर्जन
प्रसूति वार्ड में जहां हड़ताल से पहले 8 कर्मचारी ड्यूटी पर थे वहां मात्र 2 कर्मचारी सेवा कर रहे हैं इस कारण काम का दबाव अत्यधिक बढ़ गया है लेकिन मरीजों को सेवा पूरी कर रहे हैं।
-रचना मालवीय फीमेल नर्स
महिला वार्ड में जहां दो कर्मचारी नर्सिंग कार्य कर रहे थे वहां मात्र एक कर्मचारी ही उपचार में अपनी सेवाएं दे रहा है संविदा और ज्ञानोदय महाविद्यालय की छात्राएं अपनी सेवाएं दे रही है प्रयास किया जा रहा है कि मरीजों को परेशानी नहीं हो काम का दबाव तो अत्यधिक है लेकिन फिर भी सहयोग कर रहे हैं।
-डॉक्टर सुधा गुप्ता