इंदौर | जिले में मंगलवार से दस्तक अभियान प्रारंभ किया गया है। अभियान में 31 अगस्त तक घर-घर जाकर बीमार बच्चों की पहचान कर उनका इलाज किया जाएगा। मंगलवार को ज्वाइंट डायरेक्टर, इंदौर डिवीजन डॉ. आर.सी. पनिका ने डेढ़ वर्षीय कायरा व तीन वर्षीय शिवांश को विटामिन ए की खुराक पिलाकर तथा दस्तक दल को झण्डी दिखाकर अभियान का शुभांरभ किया। इस अवसर पर ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. शरद गुप्ता, डिप्टी डायरेक्टर डॉ. माधव हासानी, सीएमएचओ डॉ. बी.एस. सैत्या, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता एवं जिला विस्तार एवं माध्यम अधिकारी डॉ. मनीषा पंडित उपस्थित थे।
इस अभियान में 3.82 लाख बच्चों को चिन्हित किया गया है। इन्हें आशा, आंगनवाड़ी तथा एएनएम कार्यकर्ता दस्तक दल के रूप में घर-घर जाकर बच्चों की स्क्रीनिंग करेंगे। अभियान में बीमार नवजात और अन्य बच्चों की पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, बाल्यकालीन निमोनिया को पहचानने के लिए लक्षणों का सरल चिन्हांकन, गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान की जाएगी। कुपोषित बच्चे मिलने पर एनआरसी में एडमिट कराया जाएगा। साथ ही 6 माह से 5 वर्ष के बच्चों में एनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग की जाएगी। वर्षाकालीन दस्त रोग का नियंत्रण एवं ओआरएस व जिंक गोलियों का उपयोग, नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों के लिए विटामिन-ए की खुराक, बच्चों में जन्मजात विकृतियों एवं वृद्धि विलंब की पहचान, प्रबंधन आदि की जानकारी लेना अभियान का उद्देश्य है।