नीमच। अफीम काश्तकारों के लिए नई अफीम नीति तैयार होने से पहले नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी गांव में पहुंच रहे हैं तथा अफीम काश्तकारों की समस्या को सुनकर उसका हल करने का प्रयास किया जा रहा है।
आज इसी तारतम्य में नीमच नारकोटिक्स उपायुक्त संजय कुमार के निर्देशन में नीमच जिला अफीम अधिकारी एम के पीपल प्रथम खंड ने अपने स्टाफ के साथ भरभडीया, रेवली देवली तथा भादवा माता में शिविर का आयोजन किया। ग्राम भरभडीया के शिविर मे कनावटी, डूंगलावदा, सगराना, सुवाखेड़ा, बरूखेड़ा, भोलियावास, मालखेड़ा, महेशपुरिया आदि गांव के किसान पहुंचे तथा अपने समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया। दूसरा शिविर ग्राम रेवली देवली में महिषासुर मर्दिनी माता मंदिर पर आयोजित किया गया। जिसमें पिपलोन, राजपुरिया, बिसलवास सोनीगरा, अडमालिया, दसानी, बिसलवास बामनिया, कानाखेड़ा, गिरदौड़ा, बोरखेड़ी पानेरी, पिपलिया नाथावत आदि गांवो के काश्तकार पहुंचे।
इसी प्रकार तीसरा शिविर भादवामाता में आयोजित किया गया। जिसमें दोवढ़, झालरी, मेलकी, रायसिंहपुरा, सावन, जवासा, ढाबा, लसूडी तवर, बेलारी, तिंक्याखेड़ी आदि गांव के काश्तकार इस शिविर में पहुंचे।
इन शिविरों में किसानों ने अपनी समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया जिस पर अधिकारियों ने कई समस्याओं को तो तुरंत ही मौके पर हल या तथा कुछ समस्याओं को वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराने हेतु आश्वस्त किया। इन शिविरों में पहुंचे अफीम काश्तकारों ने लाइसेंस (पट्टे) का नामांतरण, पट्टे का स्थानांतरण, साथ ही भाव को लेकर भी अपनी समस्याओं से अवगत कराया। किसानों ने भी अपनी ओर से इस वर्ष सीपीएस पद्धति में डोडे से लेकर तोल केंद्र तक किए गए त्वरित कार्य के लिए अधिकारियों को धन्यवाद दिया तथा अफीम के प्लॉट की नपाई अफीम तोल केंद्र तथा अफीम के परिणामों पर किसान संतुष्ट नजर आए तथा विभाग को इस शानदार कार्य पर बधाई दी। नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों द्वारा इस प्रकार के शिविर से किसान आश्वस्त दिखे तथा इस शानदार पहल हेतु विभाग की तारीफ करते भी दिखे। इस अवसर पर नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी, सभी ग्रामों के लंबरदार, अफीम का कष्टकर मौजूद रहे।