मंदसौर। 20 जुलाई को जगदीश पाटीदार द्वारा कृषि भूमि को शासकीय बताने व फसल नष्ट करने की प्रशासनिक कार्रवाई से क्षुब्ध होकर जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी। इस विषय को लेकर आज संपूर्ण पाटीदार समाज सहित अन्य समाज के लोगों ने सुबह 9 बजे भानपुरा पहुंच कर धरना दिया। दोपहर करीब 12 बजे स्वर्गीय जगदीश पाटीदार का पार्थिक शरीर धरना स्थल पर पहुँचा। धरना स्थल पर पार्थिक देह रखकर अनेक वक्ताओं ने प्रशासन की हठधर्मिता और अन्यायपूर्ण व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा करी।
तत्पश्चात मध्य प्रदेश पाटीदार समाज के प्रदेश अध्यक्ष कृष्णकांत पटेल, पूर्व प्रांत अध्यक्ष महेंद्र पाटीदार भोपाल, पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार, पूर्व कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त ईश्वरलाल पाटीदार, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रामकृष्ण गोठी इंदौर, राजेश कनावटी, कोषाध्यक्ष नरेंद्र बेदिया, शंकरलाल पाटीदार, अमृत पटेल रतलाम, गरोठ जिला अध्यक्ष मनीष पाटीदार, युवा संगठन अध्यक्ष जीवन पटेल सहित अन्य समाजजन व पारिवारिक दो रिश्तेदार एवं अनुराग सुजानिया पुलिस अधीक्षक मंदसौर तथा कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के बीच लंबी चर्चा उपरांत निम्न निर्णय बिंदुओं पर समझौता हुआ-
1- एसडीएम द्वारा भूमि का स्टे दिया जाएगा ताकि वह आगे कोर्ट में केस दर्ज कर सके जब तक केस चलेगा प्रशासन किसी भी प्रकार से उस भूमि पर अपना आधिपत्य नहीं करेगा। साथ ही भूमि औद्योगिक विभाग को दी गई है उसमें 6 प्लाट एक एक बीघा के मृतक स्व जगदीश पाटीदार एवं उनके भाई कैलाश पाटीदार के परिवार को दिए जाएंगे, साथ ही 10 प्लाट का प्रपोजल मुख्यमंत्री को कलेक्टर भेजेंगे।
2- मुआवजा के रूप में कलेक्टर द्वारा 10 लाख दिया गया तथा एक करोड़ का प्रपोजल बनाकर मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा।
3- परिवार से एक व्यक्ति को आउटसोर्सिंग में नौकरी कलेक्टर द्वारा प्रदान की जाएगी।
4- भानपुरा थानेदार द्वारा एवं पुलिस द्वारा पीड़ित परिवार को लगातार प्रताड़ित किया गया। इसलिए टीआई अनुराग श्रीवास्तव तथा उनकी बीट के समस्त पुलिसकर्मियों को निलंबित कर मंदसौर एडीएम न्यायिक जांच करेंगे।
उक्त समझौता परिवार की सहमति के बाद उपस्थित जन समुदाय को सुनाया गया।
मृतक जगदीश पाटीदार को उपस्थित जनसमुदाय ने दो मिनिट का मौन रखकर श्रध्दासुमन अर्पित किए।