ग्वालियर। मणिपुर में पिछले 78 दिनों से भयानक हिंसा हो रही है इसमें अब तक 160 लोगों की जान जा चुकी है, हजारों लोगों की संपत्ति नष्ट हो चुकी है, घर परिवार छूट गए और लोग कैंपो में रह रहे। इस बीच वहां महिलाओं को नंगा घुमाने ,बलात्कार करने की भी घटनाएं सामने आई हैं। लेकिन सरकार महिला एवं अन्य लोगों की सुरक्षा करने में नाकाम साबित हो रही।
यह बात अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की जिला उपाध्यक्ष कांता राजोरिया ने कही। वे जनवादी महिला समिति व सावित्रीबाई फुले समिति द्वारा निकाली गई रैली को संबोधित कर रही थीं। उक्त रैली डिलाइट टॉकीज से राम मंदिर चौराहे तक निकाली गई। राजोरिया ने कहा कि यह घटना दिल दहलाने वाली है कि आज भी हम ऐसे समाज में रहते हैं जहां महिलाओं के इस तरह के वीडियो हमारे सामने आ रहे हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरकर बैठी है। हम ऐसी सरकार को लानत भेजते हैं।
जनवादी महिला समिति की राज्य सचिव प्रीति सिंह ने कहा कि यह जो वीडियो वायरल हुआ है वह 78 दिन पूर्व का है और मणिपुर सरकार के सीएम की चुप्पी इस बात को साबित करती है कि वह सरकार पूरी तरीके से महिलाओं के विरोध में है चाहे वह केंद्र की सरकार हो या मणिपुर की सरकार या मध्य प्रदेश की सरकार यह एक तरफ महिलाओं को देवी कहते हैं दूसरी तरफ महिलाओं को सुरक्षा तक देने में नाकाम सरकारें है बल्कि इनके ही लोग अधिकतर बलात्कार के आरोपों लिप्त हैं। सभा का संचालन रीना शाक्य ने किया। विरोध सभा में निर्मला पारस, सचिव गीता, भगवती , जानतरी, मदीना, रेखा, कुसुम लता आदि मौजूद थी।