उज्जैन। राज्य विद्युत नियामक ने मई 2022 नियम बनाकर राजपत्र में प्रकाशित किया कि प्रदेश की ऐसी कोई भी कॉलोनी जिनमें विद्युतीकरण नहीं हुआ है। वहां के रहवासियों से प्रति किलोवाट 6750 रुपए अधिभार लेकर घरेलू विद्युत कनेक्शन दिया जाए लेकिन बिजली कंपनी ने उल्टा अपने कार्यालय के बाहर ही बोर्ड लगा दिया कि पार्श्वनाथ कॉलोनी के रहवासियों से फार्म ही नहीं लिए जाएं।
बिजली कंपनी के इस अड़ियल रवैये से शहर की प्रमुख कॉलोनियों में से एक पार्श्वनाथ कॉलोनी के रहवासियों का पारा बढ़ा दिया है। रहवासियों ने कॉलोनी के बाहर क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है। बुधवार को आलोक शर्मा, मनीष शर्मा, संजय ज्ञानी, योगेश येवले, हेमंत काकानी, ताराचंद सूर्यवंशी, नीरव शाह व विष्णु स्वामी क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे। वाजिब मांग को लेकर महिलाओं से लेकर बच्चे भी शाम तक क्रमिक भूख हड़ताल पर शाम तक बैठे। क्रमिक हड़ताल का हिस्सा रहे मनीष शर्मा ने बताया कि क्षेत्र के विधायक और मंत्री बिजली कंपनी को समझाए कि बगैर बिजली के लोग कैसे रहेंगे। रहवासी सोसायटी ने लिखकर दे दिया है कि सभी रहवासी से पैसा लिया जाए। रहवासियों से यदि औसत 50,000 रु भी एक प्लॉट और मकान मालिक से लिया तो बिजली कंपनी के पास लगभग 5.5 करोड़ रु जमा हो जाएगा। इससे आंशिक विद्युत वितरण का ढांचा तैयार करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। यह सब राजपत्र में लिखा है लेकिन बिजली कंपनी के अफसर नियम भी नहीं पढ़ रहे। इस मौके पर आलोक शर्मा, संजय ज्ञानी, हेमंत काकानी, नीरव शाह सहित अन्य भी मौजूद रहे।