खरगोन। केंद्रीय विद्यालय की प्रबंधन समिति की बैठक कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित हुई। बैठक के बाद कलेक्टर वर्मा ने कक्षा 10 से 12 तक को करीब 1 घंटे तक भौतिक व गणित के व्यावहारिक ज्ञान के बारें में समझाया।
भौतिकी विषय के प्रायोगिक कक्ष में टेबल पर रखें इलेक्ट्रोमैग्नेटिक यंत्र के बारे में पूछने के बाद इसके उपयोग के संबंध में छात्रों से जानने का प्रयास किया। उन्होंने इससे जुड़े कई प्रश्न किये। उसके बाद जवाब देते हुए कहा कि ओरा ही इलेक्ट्रोमैग्नेटिक है ओरा साहित्य में उपयोग में आता है।
किसी व्यक्ति का आकर्षण (आभामंडल) ही ओरा के समान होता है। दरअसल यह एक तरह से एनर्जी ही होती है, जो अपने आसपास के क्षेत्र में फैलती है। इसके बाद कलेक्टर वर्मा ने पायथागोरस प्रमेय के व्यावहारिक पहलू के बारे में समझाते हुए गुरुत्वाकर्षण के प्रथम नियम के बाद गुरुत्वाकर्षण और चंद्रयान-3 के बीच सम्बन्ध स्थापित करते हुए आसान शब्दों में व्यावहारिक रूप बतलाए।
कलेक्टर वर्मा ने केंद्रीय विद्यालय के विद्यार्थियों को समझाते हुए कहा कि सूचनाओं का संकलन ज्ञान नही होता है। किसी व्यक्ति के पास सूचनाओं का भरमार होने के बावजूद वे असफल है। इसलिए सूचनाओं का सकारात्मक उपयोग ज्ञान का स्वरूप है।
इस दौरान गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य ड़ॉ. गोखले, केंद्रीय विद्यालय प्राचार्य अशोक कुमार कलमे, शाउमावि क्रमांक 2 के प्राचार्य आरके कुशवाह, पालक संघ के सदस्य भानुप्रताप उपस्थित रहे।