नीमच। अल्प वर्षा से फसलों में हुए भारी नुकसान से परेशान नीमच जिले की जीरन तहसील के किसान लामबंद होकर मुआवजे और जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। किसानों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एसडीम ममता खेड़े को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि संपूर्ण जिले में बारिश बहुत कम होने के कारण खरीफ की फसल सोयाबीन, मूंगफली, उड़द, मूंग, मक्का और चवला आदि फसले पकने से पूर्व ही सूख गई है। पीला मौजेक वायरस के कारण फसले शत प्रतिशत नष्ट हो गई है।
किसानों का कहना है कि पिछले साल अतिवृष्टि के कारण फसले नष्ट हो गई थी। गत वर्ष शीत लहर के कारण रबी की फसले भी चौपट हो गई थी। जिसका आज तक मुआवजा नहीं मिला। वर्तमान में खरीफ की फसल को बचाने के लिए सिंचाई भी किसान नहीं कर पा रहे हैं। सारे जल स्रोत सूखे पड़े हैं। किसानों ने मांग की है कि तुरंत फसलों का सर्वे कराकर नुकसान की भरपाई हेतु फसल बीमा व मुआवजा की राशि प्रदान की जाए।
किसानों का कहना है कि गत वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत ही बारिश हुई है। नीमच जिले को शीघ्र सूखा घोषित किया जाए। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो मजबूर होकर आंदोलन की राह अपनाएंगे और धरना, आंदोलन, भूख हड़ताल करेंगे।