शाजापुर। जिले के ग्राम मदाना में गीतांजलि गौशाला में अव्यवस्थाएं देखी जा रही हे। गौशाला के कर्मचारी परेशान हालत में है क्योंकि इस गौशाला में क्षमता से अधिक गोवंश रहते हैं जिससे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। नहीं बताया कि एक बड़ी समस्या यह भी है कि जब कोई पशु बीमार हो जाता है तो उसे पशु संजीवनी योजना के तहत प्रदेश स्तर से दवा मिलती है और दवाई आने में विलंब भी हो जाता है इसलिए स्थानीय डॉक्टरों से इलाज करवाना पड़ता है। साथ में बोर्ड के द्वारा जो राशि तय है वह राशि गो वंश के लिए पर्याप्त नहीं है इसलिए हम चाहते हैं कि यह राशि बढ़ाई जाए और साथ ही नागरिकों से भी निवेदन है कि गोवंश को अनाथ जैसे ना छोड़े। जब तक गाय दूध देती है तो हम अपने पास रखते हैं और जब दूध देना बंद कर देती है या जब अनुपयोगी हो जाती है तो हम उसे छोड़ देते हैं कहीं ना कहीं यह मानवीता और अपनेपन का कत् ही है।
ग्राम पंचायत मदाना के सरपंच गोविंद सिंह मालवीय ने कहा कि गोचर भूमि पर कुछ लोगों का कब्जा होने से गोचर भूमि कम है जिससे गोवंश को सीधा-सीधा नुकसान होता है । साथ ही ग्राम पंचायत में ऐसा कोई बजट नहीं होता है जिससे हम गौशाला की व्यवस्थाएं सुचारू कर पाएं। वैसे समूह अपना काम कर रहा हे और सामर्थ्य अनुसार सेवा भी कर रहा हे। शासन से मेरी अपील है कि थोड़ा सा और ध्यान दें ताकि समस्याओं से निजात मिल सके। ग्राम पंचायत मदाना ने अपने स्तर से जितना भी हुआ है उतना काम किया है और आगे भी ग्राम पंचायत मदाना गोवंश के लिए काम करती रहेगी।