उज्जैन। विधानसभा चुनाव में तराना विधानसभा के एक पोलिंग बूथ पर बड़ी गलती सामने आई है। वहां मतदानकर्मी ने मॉक पोल के बाद वोट डिलीट और रिकॉर्ड जीरो किए बिना मतदान शुरू करा दिया। मामला पेचीदा होने के बाद आरओ ने जिला निर्वाचन अधिकारी को जांच रिपोर्ट पेश की।
तराना विधानसभा के ग्राम आबादखेड़ी मतदान केंद्र क्रमांक 136 पर अन्य केंद्रों की तरह सुबह 7 बजे मॉक पोलिंग हुई। बताते हैं कि इलेक्शन एजेंट्स की मौजूदगी में मशीन में 50 मत डाले गए। नियमानुसार वास्तविक मतदान शुरू होने से पूर्व मॉक पोल के वोट डिलीट कर मशीन का रिकॉर्ड क्लीयर करना था। संबंधित मतदानकर्मी ने रिकॉर्ड क्लीयर किए बिना वास्तविक मतदान शुरू करा दिया। जब मतदाताओं ने मशीन के बटन दबाकर अपना मत देना शुरू किया तब मॉक पोल रिकॉर्ड क्लीयर न होने की बात सामने आई। सूत्रों की माने तो मशीन में करीब 400 वोट डले हैं। तराना विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर राजेश बोरासी ने जिला निर्वाचन अधिकारी को प्रतिवेदन प्रस्तुत कर मार्गदर्शन मांगा है।
कांग्रेस ने मॉक पोलिंग का रिकॉर्ड क्लीयर नहीं होने को बड़ी लापरवाही बताते हुए कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस के अभिकर्ता हेमंत जौहरी ने कहा, यह गलती मतदाताओं से धोखा है। क्षेत्र की जनता को पांच वर्ष बाद मतदान का अवसर मिला था। मतों की गणना नहीं होती है, तो पता ही नहीं चलेगा कि क्षेत्र की जनता का क्या मत था।