राजस्थान मध्यप्रदेश के अफीम किसानों की किस्मत के साथ कभी तो परमात्मा खेलता है तो कभी सरकार। क्योंकि सरकार ने भी सीपीएस पद्धति लागू कर अफीम किसानों की कमर पहले ही तोड़ दी है, फिर काली मस्सी ने फसल को बर्बाद कर दिया। अब बची कुची फसल में तीन दिन से चल रही तेज हवाओं का सितम भी देखने को मिल रहा है। तेज हवाओं के कारण खेत में खड़ी अफीम फसल पूरी तरह नीचे गिर चुकी है। ऐसे में अब अफीम किसान अपनी पीड़ा किसे और कहां जाकर सुनाए। क्योंकि किसान की सुनता कोई नहीं है। यह बात राजस्थान के किसान भंवरलाल डांगी मध्य प्रदेश के किसान नरसिंह डांगी ने कही।
अफीम किसानों की मानें तो राजस्थान मध्य प्रदेश में 3 दिन से चल रही तेज हवाओं के कारण खेत में खड़ी अफीम की फसल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। राजस्थान के गांव चुपना तहसील अरनोद जिला प्रतापगढ़ में खड़ी अफीम फसल व मध्य प्रदेश के गांव टिडवास तहसील मल्हारगढ़ जिला मंदसौर की फसल की हालत आप देख सकते हो भारत सरकार केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा आने वाली। नवीन अफीम पॉलिसी में इन्हें राहत देना चाहिए। वह सभी अफीम किसानों को चिरा पद्धति में अफीम लाइसेंस जारी किया जाए क्योंकि अफीम फसल पूरी तरह क्षतिगस्त हो चुकी है।