नीमच। जिले का एक मरीज ईलाज की आस में दम तोड़ने की कगार पर पहुंच गया है। उक्त मरीज ने जिला कलेक्टर सहित कई जगह ईलाज व दवाईयां फ्री कराने की गुहार लगाई। लेकिन अब तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि ने मरीज की सुध नहीं ली है। उक्त मरीज ऐसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है, जिसकी वजह से उसका घर, जमीन व सबकुछ बिक गया है। अब पिछले 10 दिनों से उसके पास गोली-दवाईयां लाने के लिए भी रूपये नहीं बचे हैं।
बीमारी के ईलाज के लिए सबकुछ बिका-
जी हां हम बात कर रहे हैं नीमच जिले के ग्राम खात्याखेड़ी निवासी मदनलाल पिता रामलाल मीणा की। मदनलाल के अनुसार उन्हें लीवर से संबंधित गंभीर बीमारी है। इस बीमारी के इलाज के लिए वे अपना घर, खेत सहित कई जरूरी सामान बेच चुके हैं। अब तक लाखों रूपये खर्च करने के बाद भी उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ है। अब उनके पास इलाज के लिए रूपये भी नहीं बचे हैं। ऐसे में वे अब इलाज की आस के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हो रहे हैं। लेकिन उनकी मदद के लिए अब तक कोई भी आगे नहीं आया है।
पिछले 10 दिनों से नहीं खाई दवाईयां-
पीड़ित मदनलाल मीणा ने बताया कि मेरे पास रूपये खत्म हो चुके हैं। करीब 15 से 20 हजार रूपये प्रतिमाह की मेरी दवाईयां आती है। लेकिन रूपये नहीं होने से मैं दवाईयां नहीं ला रहा हूं। मेरे पेट में हर महीने डॉक्टर द्वारा नली भी डाली जाती है। वह नली भी मैं रूपयों के अभाव में नहीं डला पा रहा हूं।
आयुष्मान कार्ड भी नहीं आ रहा काम-
पीड़ित मदनलाल मीणा ने बताया कि बीजेपी की सरकार आयुष्मान कार्ड का ढिंढौरा पिटती है। लेकिन मोदी सरकार का ये आयुष्मान कार्ड भी मेरे काम नहीं आ रहा है। मैं नीमच, इंदौर, उदयपुर, अहमदाबाद सहित कई बड़े शहरों में इलाज के लिए गया। लेकिन राहत नहीं मिली। इसके बाद उदयपुर से 15 किमी दूर एक निजी अस्पताल में डॉ. विपिन माथुर ने मेरा ईलाज शुरू किया। लेकिन ईलाज में बहुत खर्चा हो रहा है।
कलेक्टर व सीएम से लगाई गुहार, वीडियो हुआ वायरल-
ग्राम खात्याखेड़ी के मदनलाल मीणा ने कलेक्टर दिनेश जैन व सीएम डॉ. मोहन यादव से इलाज कराने की गुहार लगाई है। उनका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे जिला कलेक्टर जैन व सीएम यादव से इलाज व दवाईयां फ्री कराने की मांग कर हरे हैं। साथ ही यह भी कहते हुए सुनाई दे रही है कि यदि इलाज व दवाईयां फ्री हो जाती है तो उनकी जान बच सकती है। पीड़ित ने बताया यदि ऐसा नहीं होता है तो मेरी मौत तो निश्चित है और उसकी समस्त जवाबदेही भी जिला कलेक्टर व सीएम की ही होगी।
वॉईस ऑफ एमपी पर जताया विश्वास-
गंभीर बीमारी से ग्रसित मदनलाल मीणा ने वॉईस ऑफ एमपी पर भरोसा जताया और कहा कि आपके माध्यम से पहले भी कई मरीजों का इलाज हुआ है। आपके द्वारा मीडिया पर चलाई जाने वाली खबरों का असर इतना होता है कि गंभीर से गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों की मदद के लिए लोग आगे आते हैं। आप मेरा दर्द भी समझे और नींद में सोए जनप्रतिनिधियों व जिम्मेदार अधिकारियों तक मेरी आवाज पहुंचाएं।
इस संबंध में जब वॉईस ऑफ एमपी ने कलेक्टर दिनेश जैन से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से ये मामला संज्ञान में आया है। मैं मामले को दिखवाता हूं, जितना संभव होगाा प्रशासन की तरफ से पीड़ित व्यक्ति की मदद की जाएगी। मैं भी पीड़ित की हरसंभव मदद का प्रयास करूंगा।