भोपाल। मध्यप्रदेश जेल विभाग एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार के संयुक्त तत्वावधान में जेलों में बंद, बंदी भाई बहनों के जीवन को पुनः साफ सुथरा बनाने एवं भविष्य में एक अच्छा जीवन जीने के लिये तैयार करने का व्यापक अभियान आरंभ किया गया है। प्रदेश के केन्द्रीय एवं सर्किल कारागरों में आध्यात्मिक संस्थाओं के सहयोग से अप्रैल 2024 से आगामी मार्च 2025 तक का पूरा कार्य कैलेंडर तैयार किया है। इसकी शासन स्तर पर समीक्षा करने के उपरांत अन्य कारागारों में भी शिविर चलेंगे। इसमें अखिल विश्व गायत्री परिवार को चार कारागारों - सर्कल जेल शिवपुरी जिसके समन्वयक डॉ. खरे, केन्द्रीय जेल उज्जैन के समन्वयक डीके श्रीवास्तव , केंद्रीय जेल बड़वानी के महेंद्र भावसार और सतना जेल के आर के तिवारी शिविर सुव्यवस्थित चलाने का दायित्व दिया गया है।
इन शिविरों में बंदियों के विचारों में सकारात्मकता बढ़ाने, आत्मविश्वास उत्पन्न करने, मन की शांति, एवं अपने भावी जीवन के लिये तैयारी करने के उद्देश्य से विविध विषय पढ़ाये एवं गतिविधियां कराई जायेंगी।
जी पी सिंह महानिदेशक जेल एवं सुविधारात्मक सेवाएं मुख्यालय भोपाल का कहना है की इस आध्यात्मिक प्रशिक्षण शिविरों का मुख्य उद्देश्य मनोवैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक साधनों के माध्यम से निरुद्ध बंदीजनों के आत्मिक, अवधारणा, स्वभाव ओर अंतर्मुखी विकास की दिशा धारा में प्रेरित कर समाज में सकारात्मक सोच के साथ अपना योगदान देकर गरिमापूर्ण सम्मान के साथ जीवन जी सके।
गायत्री परिवार के प्रदेश समन्वयक राजेश पटेल ने बताया कि हमारी संस्था जेलों में बहुत पहले से ही यह कार्यक्रम नियमित चला रही है। भोपाल,जबलपुर, उज्जैन, नर्मदापुरम, सागर एवं अन्य छोटी जेलों में नियमित कक्षायें, यज्ञ संस्कार, गायत्री मंत्र लेखन एवं सत् साहित्य की स्थापना सतत की जा रही है। परिवार ने इस कार्यक्रम हेतु प्रदेश उपजोन-समन्वयक आर पी हजारी , सदानंद अंबेकर एवं गायत्री शक्तिपीठ भोपाल के रमेश नागर, प्रेमलाल कुशवाह को इसके लिये उत्तरदायित्व दिया गया।