उज्जैन। रविवार को इमामबाड़े से मोहर्रम का जुलूस निकला। शहर भर में श्या हुसैनश् की सदाएं गूंज उठीं। जुलूस की सुरक्षा के लिए 650 पुलिसकर्मी तैनात किए गए। पुलिस ने ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की।
जुलूस गीता कॉलोनी स्थित बड़े साब के इमामबाड़े से शुरू हुआ। यह निकास चौराहा, नई सड़क, फव्वारा चौक, दौलतगंज, तोपखाना होते हुए आगे बढ़ा। इसके बाद लोहे का पुल, गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर और कमरी मार्ग से होकर इमामबाड़े पर पहुंचा।इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार साल के पहले महीने मोहर्रम की 10वीं तारीख को आशूरा मनाया जाता है। इस दिन निकलने वाले जुलूस के दौरान करबला की जंग का जिक्र किया जाता है, जहां हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों ने अन्याय के खिलाफ लड़ते हुए शहादत दी थी।
एएसपी नीतेश भार्गव के अनुसार, शनिवार रात 8 बजे पुलिस बल को ब्रीफिंग के बाद अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया गया। जुलूस रविवार सुबह 10 बजे संपन्न हुआ। 14 घंटे की ड्यूटी के दौरान व्यवस्था चाक-चौबंद रही।
जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग, महिलाएं और बच्चे शामिल हुए। पुलिस ने कुछ मार्गों का यातायात परिवर्तित किया था। अलग-अलग मार्गों से बड़ेसाब और नकाबसाब को जुलूस के रूप में निकाला गया। जुलूस के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।