दतिया। जिले में सरकारी राशन वितरण में गड़बडियों की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद बुधवार को प्रशासन एक्शन मोड में नजर आया। कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने खुद मोर्चा संभालते हुए पीडीएस (उचित मूल्य की दुकानों) पर छापेमारी की।
निरीक्षण के दौरान कई दुकानों पर अनियमितताएं सामने आईं, कहीं दुकानों के ताले तक नहीं खुले थे तो कहीं स्टॉक का हिसाब गड़बड़ मिला।
कलेक्टर वानखड़े ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन पर सबसे ज्यादा शिकायतें राशन वितरण को लेकर आ रही थीं। हितग्राहियों को समय पर और पूरा राशन नहीं दिया जा रहा है। शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिले की सभी पीडीएस दुकानों की सूची तैयार कर एक साथ जांच अभियान चलाया गया।
खुद कलेक्टर ने गढ़ी गांव की पीडीएस दुकान पर पहुंचकर व्यवस्थाएं परखी और जिम्मेदारों को फटकार लगाई।
उन्होंने साफ कहा कि शासन की योजनाएं गरीबों तक पहुंचाना प्रशासन की जिम्मेदारी है, इसमें लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि तीन दिन के भीतर सभी दुकानों की जांच कर अनियमितताओं को दूर करें और राशन वितरण नियमित और पारदर्शी तरीके से सुनिश्चित करें।
इस दौरान भांडेर जनपद की सीईओ सुमन चक ने सालोन ए की पीडीएस दुकान का निरीक्षण किया। वहां भी अनियमितताएं सामने आईं। दुकान देर से खोली गई थी, और लगभग 30 से 35 हितग्राही राशन के लिए कतार में खड़े थे। दुकान के सेल्समेन जाहिर सिंह पाल स्टॉक की जानकारी और वितरण संबंधी सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
दुकान में 182 बोरी चावल और 46 बोरी गेहूं का स्टॉक मिला, लेकिन जून महीने का राशन अब तक वितरित नहीं किया गया था।
इसी तरह भांडेर नगर की श्हिना भंडारश् दुकान जांच के दौरान बंद मिली। जब विक्रेता को कॉल किया गया तो उसने फोन नहीं उठाया। इस लापरवाही पर प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए दुकान को सील कर दिया।
जिले में चलाए गए इस एक्शन अभियान से कई दुकान संचालकों में हड़कंप मच गया है। कलेक्टर ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि भविष्य में भी इस तरह की गड़बड़ी मिली, तो जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई तय है।