रतलाम। उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्रीमती नीलम सिंह चौहान द्वारा बताया गया कि वर्तमान में खरीफ की फसलें जैसे सोयाबीन, कपास, मक्का आदि अच्छी स्थिति में लहलहा रही है। सोयाबीन की फसल पर कुछ स्थानों पर पीला मोजेक/सोयाबीन मोजेक के रोग ग्रस्त पौधें पाए गए है। रोग ग्रस्त पौधों को खेत से उखाड़कर नष्ट करें। इन रोगो को फैलाने वाले वाहक सफेद मक्खी/एफिड की रोकथाम के लिये थायोमिथाक्साम+लेम्ब्डासायलोथ्रिन (125 एम.एल/एच.ए.सी) का घोल बनाकर छिड़काव करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा किसान भाई सफेद मक्खी के नियंत्रण के लिये अपने खेत में 07-08 स्थानों पर पीला स्ट्रिकी ट्रेप लगायें। निचले खेतो में जलभराव की स्थिति निर्मित हो रही है।
वर्तमान में सोयाबीन फसल में आंशिक रूप से सेमीलूपर इल्ली का प्रकोप देखा गया है तथा मक्का फसल में फॉल आर्मी वार्म का प्रकोप पाया गया है। जिसके नियंत्रण के लिये इमामेक्टिन बेंजोऐट दवाई का छिडकाव करने की किसानों को सलाह दी गई। किसान भाई दवाई विक्रेताओं से दवाई खरीदते समय पक्का बिल ले तथा दवाई के बोतल पर लिखे गये निर्देशों को पढकर ही कीटनाशक दवाईयों का उपयोग करें।