KHABAR : डीकेन के घनश्याम सेन द्वारा अपने सुपुत्र अनुराग-अंजलि के शुभ विवाह पर सेवा भारती नीमच को ग्यारह हजार की मंगलनिधि की भेंट, पढे़ आशिष बैरागी की खबर
नीमच। जिले के डीकेन नगर में घनश्याम सेन ने अपने सुपुत्र अनुराग-अंजलि के विवाह समारोह में सेवा परमोरू धर्म सूक्ति को चरितार्थ करते हुए अनूठा उदाहरण पेश किया है। अक्सर वर्तमान दौर में विवाह समारोह के अवसर पर अनेक खर्चे किए जाते है किन्तु कम लोग ही समाजहित में विवाह में कुछ हिस्सा निकालते है।ऐसा ही अनूठा उदाहरण डीकेन के घनश्याम सेन(स्वच्छता पर्यवेक्षक) ने पेश करते हुए अपने सुपुत्र के विवाह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रकल्प सेवा भारती नीमच के कन्या छात्रावास में अध्यनरत बालिकाओ की शिक्षा के लिए सेवा भारती को ग्यारह हजार की मंगलनिधि भेंट की।घनश्याम सेन ने बताया की पूरा परिवार संघ के संस्कारो से पल्लवित है सेवा भारती को इस अवसर पर समपर्ण का भाव था जिसे पूरा किया है। इस दौरान जिला प्रचारक अनिल गिनावा, जिला सहकार्यवाह विश्वास यादव, जिला सेवा प्रमुख दिलीप शर्मा,जिला सहसेवा प्रमुख बलवन्त राठौर, खण्ड कार्यवाह श्रीलाल गुर्जर,जिला सहप्रचार प्रमुख पल्लव गर्ग, डीकेन नगर से संघ के विनोद भुत, विक्रम भणावत, अजय सेन उपस्थित थे।सेवा भारती विभिन्न प्रकार के सेवा प्रकल्प संचालित करती है जिनके माध्यम से संस्कारित, शिक्षा, स्वावलंबी एवं समस्त समाज का निर्माण कर भारत को सुखी तथा समृद्ध बनाना है। इसी श्रृंखला में एक बहुउद्देशीय एवं महत्वकांक्षी प्रकल्प सेवा भारती कन्या छात्रावास का नीमच नगर में है।जिसका उद्देश्य अनुसूचित जनजाति, अनुसुचित जाति, प्रवासी समुदाय तथा आर्थिक रूप से अशक्त वर्ग की प्रतिभावान बालिकाओं को संस्कार युक्त एवं पारिवारिक वातावरण में उनकी शिक्षा की सम्पूर्ण व्यवस्था समाज के द्वारा होगी! ताकि ये बालिकाएँ सुशिक्षित एवं स्वावलंबी होकर भविष्य के भारत का निर्माण कर सके।जिसमें बेटियों को शिक्षा, भोजन, वस्त्र, पारिवारिक वातावरण, संस्कार समाज के सहयोग से प्राप्त होगा। सेवा भारती कन्या छात्रावास नीमच जिले में बेटियों के लिए नई दिशा लेकर आ रहा है।वर्तमान में 40 कन्याए अध्यनरत है जिसमे जनजाति क्षेत्र की बेटियाँ जो पढ़ नही पा रही वे यहाँ आकार अपने सपने को साकार कर रही है।