लैलतुल कद्र यानी सबसे पवित्र रात।रमजान में 23 वे रोज़े की पूर्व रात को इबादत के लिए सबसे ज्यादा अहमियत दी गई है। आज की रात शिया दाऊदी बोहरा समाज के लोग रात भर जागरण कर इबादत कर अपने गुनाहों की माफी मांगते हुए मुल्क में अमन चैन, तरक्की और और स्वास्थ्य,समृद्धि की दुआएं करेंगे। ऊपर वाले की बारगाह में सजदा कर परिजनों, स्नेहीजनों और स्वयं के लिए अपने दिल की मुरादे मांगेंगे।
रहमतों,बरकतों,दुआओं और इबादतों से सुसज्जित महीना माहे रमजान अपने आखिरी दिनों की ओर अग्रसर है।आखरी कुछ दिन जो कि माहे रमजान के खास दिन कहे जा सकते हैं, वह आज से शुरू हो रहे हैं।इन खास चंद दिनों में सबसे ज्यादा फजीलत शबे कद्र की मानी जाती है। क़ुरआन शरीफ़ में इस रात को हज़ार महीनों से ज्यादा अफजल कहा गया है। इस रात में किया जाने वाला एक अच्छा अमल हजार महीनों की इबादत से बेहतर है। आज की रात दाउदी बोहरा समाज के लोग अपनी गलतियों के लिए एक दूसरे से माफी मांगते है,और दुआओं के लिए अनुरोध करते हैं।
शबे कदर का शाब्दिक अर्थ होता है तकदीर की रात या अज़ीम मूल्य वाली रात है। इस रात की फजीलतों में से यह भी एक है कि आज रात क़ुरआन शरीफ आसमान से पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलयही वसल्लम के दिल पर नाजिल हुए थे।बोहरा समाज द्वारा आज शबे कद्र मनाई जाएगी।इस रात को बोहरा समाज के धर्मावलंबी इबादतों, नमाज़ों,तिलावते कुरान, सदका,सिला फितरा,दुआओं जैसे अमलों में गुजारते हैं। मस्जिदों को सजाया जाता है।
आज दाऊदी बोहरा समाज के धर्मगुरु 53 वे दाई सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब की 80 वीं सालगिरह भी है।आज की खास रात में समाजजन उनकी सेहत और लंबी उम्र की दुआ भी करेंगे। समाज की मस्जिद और मरक़ज़ों में दुनिया भर में आज रात बोहरा समाज के धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब के दुआईया कलाम और उपदेशों का वीडियो गलियाकोट से लाइव दिखाया जाएगा। जिसमें आप दुआ और दीदार से समाजजनों को नवाजेंगे। बोहरा मुस्लिम समाज में शबे कद्र की एक और खासियत है कि इस रात को पैगंबर साहब हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलयही वसल्लम की शहज़ादी जनाब बीबी फातिमा ज़ेहरा सलामुल्लाह अलयहा से मनसुब किया जाता है। रिवायत है कि बीबी फातिमा इस रात को इबादतों में गुजार कर गुनहगारों के गुनाह माफ करवाती थी,और जरूरतमंदों की हर मुमकिन मदद को अंजाम देती थी। इस रात बीबी फातिमा जहरा की याद करके उनके वसीले से दुआएं मांगी जाती है।
बोहरा समाज द्वारा नीमच शहर में बोहरा बाजार की हुसामी मस्जिद, बोहरा कॉलोनी अमाकीने मोहम्मदिया,हुडको कॉलोनी, बंग्ला नंबर 38, बंगला नंबर 20, नीमच सिटी इन 6 जगहों पर नमाज और इबादत को माहे रमजान में अंजाम दिया जाता है। शबे कद्र पर भी इन 6 जगहों पर इबादतों को अंजाम दिया जाएगा।नीमच की बोहरा कॉलोनी अमाकीने मुहम्मदिया में जनाब ज़ोएब भाई बड़वानी वाला और बोहरा बाजार हुसामी मस्जिद में शेख यूनुस भाई हामिद की सदारत और इमामत में समाजजन रमजान में मस्जिदों में नमाज और इबादत को अंजाम दे रहे हैं।
समाज के खिदमतगुजारो (सेवादारों)की तरफ से इस माह में हर तरह से आमजन की मदद की जा रही है। जिसमें जिस्मानी, माली मेडिकल खाना तक्सीम करना,इफ्तारी और सहरी करवाना शामिल है।नीमच में समाज के नौजवान खासकर रोज़ा रखने वालों को इफ़तारी कराते हैं और लज़ीज़ नेअमतों से भरपूर खाना खिलाने की खिदमत कर रहे हैं। जो लोग इन सब में शरीक नहीं हो पाते हैं वह खिदमत गुजारो को दुआओं में याद करके अपना किरदार अदा कर रहे हैं।