भोपाल। श्रीहरि विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम के प्राकट्य दिवस पर शुक्रवार को गुफा मंदिर में अभिषेक और पूजन का आयोजन किया गया। सर्व प्रथम कलश यात्रा निकाली गई, इसके बाद मंदिर में विराजमान भगवान परशुराम की प्रतिमा की प्रति स्थापना की गई। फिर पूजन प्रारंभ हुआ। भगवान का पंचामृत, विविध औषधियों और विभिन्न तीर्थों के जल से स्नान कराया गया। अभिषेक के बाद पूजा-अर्चना प्रारंभ हुई।
विधि पूजा के बाद मंदिर प्रांगण में स्थित भगवान परशुराम की 21 फीट ऊंची प्रतिमा की महंत रामप्रवेश दास महाराज की देखरेख में पूजा प्रारंभ हुई, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, महापौर मालती राय, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, मप्र परशुराम बोर्ड के अध्यक्ष विष्णु राजोरिया, कैलाश मिश्रा, गिरीश शर्मा, शहरभर के विभिन्न ब्राह्मण संगठनों के पदाधिकारी, रामानंद आश्रम के पंडित और बटुकों सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
दर्शन और चरण पादुका पूजन प्रारंभ
विधि पूजा के बाद भगवान परशुराम के दर्शन और चरण पादुका पूजन प्रारंभ हुआ। यह सिलसिला शाम तक चलेगा। दूर-दूर से लोग यहां आकर भगवान परशुराम की पादुकाओं का पूजन कर रहे हैं और आशीर्वाद ले रहे हैं।यहां आलोक शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम सबके हैं। उनका अवतार न्याय की स्थापना के लिए हुआ। उनके जीवन चरित्र में संपूर्ण मानव जाति के कल्याण का भाव है। उन्होंने न्याय की स्थापना के लिए सिर्फ अत्याचारियों पर प्रहार किया। उनके भाव हमें प्रेरणा देते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाभारत का श्लोक बोलते हुए कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़ते हैं तब-तब भगवान अवतार लेते हैं। परशुराम जी भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं। वे पृथ्वी पर सदा विद्यमान हैं। संपूर्ण मानव जाति के लिए उनका चरित्र प्रेरणादायी है।
भगवान तो सबका कल्याण करते हैं। उनकी कृपा सदा शहर और प्रदेशवासियों पर बनी रहे यही कामना है। परशुराम अपने माता-पिता के आज्ञाकारी हैं। उनका यह आचरण सबके लिए अनुकरणीय है। भगवान परशुराम अजर-अमर हैं। और सकल हिन्दू समाज के आराध्य हैं।