नीमच। एनएचएम संविदा कर्मचारियों द्वारा 1 मई को मजदूर दिवस के उपलक्ष में अपनी मांगों के लिए हाथों में रस्सी बांधकर बंधुआ मजदूर बनकर प्रदर्शन किया गया।
हड़ताल के 14 वें दिन संविदा कर्मचारियों ने कहा कि सरकार ने हमारी स्थिति बंधुआ मजदूरो से भी बदतर कर रखी है। संविदा स्वास्थ्य कर्मी 20-20 साल की नौकरी करने के बाद भी अल्प वेतन पर कार्य करने को मजबूर है। स्वास्थ्य संविदा कर्मियों की मांग है कि जुन 2018 की 90 प्रतिशत संविदा नीति को लागू किया जाये। जिन कर्मचारियों को आउटसोर्स में भेजा गया और जिनको अप्रैसल के नाम पर निष्काषित किया गया उनकी एन एच एम में वापिस लिया जाए। जबकि तीसरी मांग है कि पिछली हड़ताल के दौरान जिन कर्मचारियों पर पुलिस केस किये गए थे उनको वापिस लिया जाए।
हड़ताल में नीमच जिले सभी 350 के लगभग अधिकारी कर्मचारी शामिल है। आज क्रमिक भूख हड़ताल में लक्ष्मी कारपेंटर, करूणा गुर्जर शालिनी शेखावत शामिल रहें।