ग्वालियर। गुर्जर आंदोलन के आवहान पर समर्थन करने ग्वालियर आ रहे हैं भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण, रविंद्र भाटी, अतुल प्रधान को मुरैना पुलिस ने सरायछोला थाना क्षेत्र स्थित चंबल नदी के पास अल्लाबेली चौकी पर बने चेकिंग पॉइंट पर गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी की कार्रवाई मुरैना, ग्वालियर और उत्तर प्रदेश पुलिस ने मिलकर की है। 12 अक्टूबर गुरुवार को गुर्जर आंदोलन के आवहान के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर थी, और शहर भर में 4 हजार पुलिस जवान तैनात किए गए थे। साथ ही पुलिस जवान शहर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुई थी, शहर में प्रवेश करने वाले चारों एंट्री पॉइंटों पर पुलिस ने चेकिंग पॉइंट लगाए गए थे। मुरैना में चंद्रशेखर आजाद रावण और उसके साथियों की गिरफ्तारी खबर लगते ही ग्वालियर कलेक्टर अक्षय सिंह और एसएसपी राजेश सिंह चंदेल मुरैना पहुंच गए हैं।
इससे पहले ग्वालियर पुलिस ने चेकिंग के दौरान सिकरौदा तिराहे से बाइक की नंबर प्लेट पर गोबर लगाकर शहर में घुसपैठ करते तीन संदेहियों को पकड़ा था। इन संदेहियों में से एक संदेही अपने हाथ पर जय भीम का टैटू गुदवाए हुआ था। वहीं पुलिस ने टोल प्लाजा से चार पहिया वाहन में प्रेस का आईडी कार्ड लटकाकर शहर में घुसने की कोशिश कर रहे आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप गोयल सहित तीन को पकड़कर पुलिस पुलिस दौरा बनाई गई स्थाई जेल में रखा गया था।
सोशल मीडिया पर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण सहित गुर्जर समाज के विभिन्न संगठन एवं व्ठब् महासभा के लोग सोशल मीडिया पर गुरुवार के कार्यक्रम को लेकर ग्वालियर में जेल भरो आंदोलन में शिरकत करने वाली खबरें चलाई जा रही है।
इसको लेकर प्रशासन का कहना है कि जिले में धारा 144 लागू है। ऐसे में बिना अनुमति के किसी भी धरना प्रदर्शन आंदोलन या जुलूस की अनुमति नहीं है। गुरुवार के संभावित कार्यक्रम को लेकर भी पुलिस के पास कोई आवेदन नहीं आया है। 25 सितंबर को गुर्जर महाकुंभ के दौरान हुए उपद्रव और उसके बाद पुलिस कार्रवाई को लेकर गुर्जर और ओबीसी महासभा ने 12 अक्टूबर को जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया है। गुर्जर और ओबीसी महासभा का कहना है कि पुलिस ने शांति प्रिय आंदोलन के दौरान कुछ शरारती तत्वों की कारगुजारी के चलते समाज के कद्दावर लोगों को संगीन धाराओं में आरोपी बना दिया है और कई लोगों को पकड़कर जेल में ठूंस दिया है इसके विरोध में वे सामूहिक गिरफ्तारी देने वाले हैं ।