जबलपुर। छतरपुर जिले की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का इस्तीफा आखिरकार सरकार ने मंजूर कर लिया है। सोमवार देर शाम सरकार ने इसके आदेश जारी किया। इस्तीफा देने के बाद बैतूल जिले की आमला सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों की वजह से चर्चा में आईं। अब उनके चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है।
निशा का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और सीनियर एडवोकेट विवेक तन्खा ने मंगलवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। तन्खा ने लिखा कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेश के पालन में निशा बांगरे का त्यागपत्र मध्यप्रदेश शासन ने स्वीकार कर लिया है। अब निशा को अपनी आगे के रास्ते के बारे में सोचना पड़ेगा।
डिप्टी कलेक्टर निशा ने 19 मई को मप्र शासन के सामान्य प्रशासन विभाग को इस्तीफा भेजा था। विभाग ने मप्र सिविल सेवा आचरण नियमों का हवाला देते हुए इसे मंजूर नहीं किया। करीब एक महीने बाद 15 जून को इस संबंध में विभाग के अवर सचिव (कार्मिक) एसके सेंद्रे ने अनुमति नहीं देने का पत्र निशा बांगरे को भेजा था।
कांग्रेस ने भी कल तक बैतूल जिले की आमला सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं
उतारा था। कांग्रेस संभवतः इसी इंतजार में थी कि निशा बांगरे का स्वीकार हो जाए तो बांगरे को प्रत्याशी बनाया जाए। लेकिन जब देर शाम तक कोई निर्णय नहीं आया तो कांग्रेस ने आमला सीट से प्रत्याशी की घोषणा कर दी। अब जब सरकार ने जब निशा बांगरे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया तो देखना होगा की क्या कांग्रेस यहाँ से उम्मीदवार बदल कर निशा को प्रत्याशी बनाएगी।