उज्जैन। शहर के व्यस्ततम चौराहों के ट्रैफिक सिग्नल लंबे समय से बंद हैं, जिससे यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। चामुंडा माता चौराहा, तीन बत्ती, कोयला फाटक, नानाखेड़ा, मकोडियाम और आम नाका जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में सिग्नल खराब होने के कारण रोजाना जाम की स्थिति बन रही है। नागरिकों और जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार शिकायत दर्ज कराए जाने के बावजूद अब तक सिग्नलों की मरम्मत नहीं हो सकी है। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रवि राय भी सिग्नल बंद होने की शिकायत कर चुके हैं। उन्होंने सिग्नल बंद होने के लिए प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्यों बार-बार ट्रैफिक सिग्नल खराब होते हैं और समय पर मरम्मत क्यों नहीं की जाती। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी और मुख्यमंत्री की नगरी कहलाने वाले उज्जैन में ट्रैफिक सिग्नल लंबे समय तक बंद रहना गंभीर लापरवाही है। इतना ही नहीं, इन चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की भी तैनाती नहीं की गई है, जिससे दुर्घटना और विवाद की आशंका बनी रहती है। लोगों का कहना है कि सिग्नल बंद होने से हर चौराहे पर अव्यवस्था है। वाहन आपस में टकरा रहे हैं और सड़क पार करने में भी खतरा महसूस हो रहा है। वाहन चालकों में हर रोज भय का माहौल है। इस मामले पर शहर के महापौर मुकेश टटवाल ने सफाई देते हुए कहा कि सिग्नलों को ठीक करने का काम जारी है। “सभी सिग्नल एक सप्ताह में शुरू कर दिए जाएंगे। जीपीएस उपकरण बाहर से मंगाए जा रहे थे, जिसके कारण देरी हुई है। यातायात थाने प्रभारी ने बताया कि इन ट्रैफिक सिग्नलों का संचालन सिटी के स्मार्ट सिस्टम के जरिए हो रहा है। चामुंडा माता, नानाखेड़ा, कोयला फाटक और तीन बत्ती जैसे चौराहों पर सिग्नल जल्द शुरू कर दिए जाएंगे।