मंदसौर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि विकासखंड मन्दसौर के मुल्तानपूरा में गिलैन बैरे सिंड्रोम से संदिग्ध मरीजों की पहचान की गई है। यह एक गंभीर तंत्रिका रोग है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपनी ही नसों पर हमला करती है, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी, झुनझुनी या पक्षाघात जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। गिलैन बैरे सिंड्रोम के संभावित लक्षण गिलैन बैरे सिंड्रोम के संभावित लक्षण के अंतर्गत हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन, मांसपेशियों में तेजी से बढ़ती कमजोरी, चलने-फिरने में असमर्थता, सांस लेने या निगलने में कठिनाई, चेहरे की मांसपेशियों में कमजोरी आदि लक्षण हो सकते है। मुल्तानपूरा में विशेष सर्वे एवं स्क्रीनिंग अभियान प्रारंभ कर दिया गया है। रैपिड रिस्पांस टीम (RRT) द्वारा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया गया है एवं आवश्यक नमूनों की जांच की जा रही है। मेडिकल कॉलेज मन्दसौर के विशेषज्ञ चिकित्सकों के सहयोग से मरीजों के उपचार की निगरानी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजन से अपील की गई है कि घबराएं नहीं, समय पर लक्षणों की पहचान एवं उपचार से GBS का इलाज संभव है। अधिक जानकारी हेतु CMHO कार्यालय, मन्दसौर या स्वास्थ्य नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिकों से अपील स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी व्यक्ति में लक्षण दिखाई दें तो बिना देर किए निकटतम स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल से संपर्क करें। बच्चों, बुजुर्गों तथा हाल ही में किसी बुखार या वायरल बीमारी से ग्रस्त लोगों में विशेष सतर्कता रखें। किसी भी अफवाह से बचें तथा केवल प्रमाणिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें। मुल्तानपूरा एवं आसपास के क्षेत्रों के नागरिक सतर्क रहें और लक्षण नजर आने पर स्वास्थ्य टीम को तुरंत सूचित करें।