शिवपुरी। मध्यप्रदेश पुलिस के इंस्पेक्टर हनुमान तोमर की हत्या के आरोपी अजय तोमर की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझाते हुए शूटर सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि अजय तोमर का ही छोटा भाई भानू सिंह तोमर निकला है। पुलिस ने इस मामले में भानू तोमर के साथी धर्मेंद्र कुशवाह और मोनेश तोमर सहित एक नाबालिग लड़की को भी गिरफ्तार किया है।
वर्ष 2017 में अजय तोमर ने पारिवारिक विवाद के चलते अपने पिता, इंस्पेक्टर हनुमान तोमर, की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा मिली थी और वह ग्वालियर की सेंट्रल जेल में बंद था। 14 जुलाई 2025 को अजय पैरोल पर बाहर आया था। 23 जुलाई को जब वह शिवपुरी से ग्वालियर जा रहा था, तब सुभाषपुरा थाना क्षेत्र के नयागांव तिराहे के पास अज्ञात हमलावरों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने घटनास्थल से लेकर शिवपुरी और ग्वालियर तक के लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज से पता चला कि अजय की कार के पीछे भानू तोमर की ही एक एसयूवी चल रही थी। पुलिस ने कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी धर्मेंद्र कुशवाह को पकड़ा जिसने बताया कि ने जेल से बाहर आने के बाद इंस्टाग्राम पर उसकी मुलाकात भानू तोमर से हुई। भानू ने उसे अजय तोमर की हत्या के लिए एक लाख रुपये की सुपारी दी थी। भानू ने ही मोनेश तोमर और एक नाबालिग लड़की के जरिए अजय तोमर को झांसे में लिया। लड़की ने रास्ते में गाड़ी रुकवाकर धर्मेंद्र और भानू को मौका दिया, जिसके बाद उन्होंने अजय की हत्या कर दी। इस हत्या के पीछे मुख्य कारण पैतृक संपत्ति का विवाद था। भानू तोमर ने अजय के जेल जाने के बाद पैतृक मकान बेच दिया था और पैसों को लेकर दोनों भाइयों में विवाद चल रहा था।
पुलिस ने फिलहाल धर्मेंद्र कुशवाह, मोनेश तोमर और नाबालिग लड़की को गिरफ्तार कर लिया है। भानू तोमर और अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने आरोपी धर्मेंद्र के पास से हत्या में इस्तेमाल की गई 315 बोर की बंदूक और एक अंगूठी भी बरामद की है।