मंदसौर। श्रावण मास के अंतिम सोमवार पर भगवान पशुपतिनाथ राजसी स्वरूप में शाही रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। प्रातः कालीन आरती मंडल के तत्वावधान में निकाली गई इस भव्य सवारी में हजारों श्रद्धालु उमड़ पड़े। झांकियां, बैंड, हाथी और ढोल से सजी यह शोभायात्रा श्रद्धा और भक्ति का अनुपम उदाहरण बनी।
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान पशुपतिनाथ की रजत प्रतिमा के अभिषेक और पूजन-अर्चन से हुई। इसके बाद विधिवत श्रृंगार कर प्रतिमा को शाही रथ में विराजित किया गया। सवारी प्रारंभ होने से पहले पुलिस विभाग द्वारा भगवान को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया, जो विशेष आकर्षण रहा।
1996 से शुरू हुआ शाही सवारी का परंपरा
प्रातः कालीन आरती मंडल के अरुण शर्मा ने बताया कि यह परंपरा वर्ष 1996 में बैलगाड़ी से शुरू हुई थी। बाद में ट्रैक्टर और अब भव्य शाही रथ से भगवान नगर भ्रमण पर निकलते हैं। उन्होंने कहा भक्त हैं तो भगवान हैं, और भगवान हैं तो भक्त हैं।
सवारी में शामिल प्रमुख झांकियों में नालछा माता, खड़े बालाजी, राम दरबार, महाराणा प्रताप, राधा-कृष्ण, महाकाल एवं कालका माता की झांकियां रहीं। साथ ही किशोर बैंड, धार की ताशा पार्टी, मुंबई व नासिक के ढोल, और मातृभक्ति की नृत्य प्रस्तुतियों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति
पंडित राकेश भट्ट के अनुसार, सावन के अंतिम सोमवार पर भगवान की इस शाही सवारी में 80 से 90 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए, जिनकी संख्या 1 लाख से अधिक तक पहुंच सकती है।
जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी हुए शामिल
सवारी मार्ग में जहां-जहां रथ गुजर चुका, वहां विधायक विपिन जैन नगर पालिका सफाईकर्मियों के साथ झाड़ू लगाकर सफाई करते नजर आए।
इस धार्मिक आयोजन में सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक विपिन जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित, पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया उपस्थित रहे।
वहीं प्रशासनिक अधिकारियों में कलेक्टर अदिति गर्ग, एसपी अभिषेक आनंद, अपर कलेक्टर एकता जायसवाल तथा एडिशनल एसपी टी.एस. बघेल ने भी भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।