नीमच। हीरालाल भील की जिला नीमच के गांव सरोदा जेतपुरा में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच की मांग करते हुए आदिवासी भील समाज के लोग आज एकत्रित होकर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे।
आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि पिछले दिनों हीरालाल पिता बद्रीलाल भील की लाश जेतपुरा के खेत में संदिग्ध परिस्थितियों में मिली है।हीरालाल भील की लाश जहां मिली है वहां विद्युत कनेक्शन भी नहीं है और विद्युत लाइन जैसा भी कुछ नहीं है। ऐसे में उसकी मौत करंट लगने से होना बताया जाना समझ से परे है। हीरालाल की लाश पर सरसों की फसल काट कर डाल दी गई थी, लाश को देखकर लगता है कि लाश को घसीटा भी गया था।
आदिवासी समाज का कहना है कि हीरालाल की मौत साधारण नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई है। हीरालाल के खेत से आधा किलोमीटर दूर जगदीश पिता मोहनलाल धाकड़ के खेत में लाश का मिलना अपने आप में हत्या का साक्ष्य है। इस संबंध में जावद के आदिवासी समाज ने ज्ञापन सौंपकर घटना की सीबीआई जांच करवाने की मांग की।
ज्ञापन में आरोप लगाया कि अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों पर आए दिन जानलेवा हमले हो रहे हैं जिससे समाज में डर का माहौल है और कानून व्यवस्था चरमरा रही है। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि हीरालाल के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। ज्ञापन सौंपते समय बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग मौजूद रहे।