नीमच। आज जिला कलेक्टर कार्यालय नीमच पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन द्वारा बड़ी संख्या में एकत्रित होकर अपनी 26 सूत्रीय मांगों के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा गया। तहसीलदार पिंकी साठे को सौंपे ज्ञापन में मुख्य रूप से मांग की गई कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के मानदेय में महंगाई के अनुरूप वृद्धि की जाए। मानदेय से अनुचित ढंग से काटी गई राशि का एरियर सहित भुगतान किया जाए। सेवानिवृत्ति पर घोषित एकमुश्त राशि को घोषित दिनांक से लागू किया जाए। अपनी मांगों को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा एक दिवसीय प्रदेश व्यापी केंद्र बंद हड़ताल की गई।
बताते चलें कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन मध्यप्रदेश सीटू द्वारा 3 फरवरी को राजधानी भोपाल में प्रदर्शन कर 26 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया था। लेकिन उनकी मांगों के निराकरण की दिशा में सरकार द्वारा अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। जिसे लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन मध्यप्रदेश सीटू ने 26 फरवरी से 24 घंटे की भूख हड़ताल करने एवं 27 फरवरी को एक दिवसीय देशव्यापी आंगनवाड़ी केंद्र बंद हड़ताल करने का निर्णय लिया। ज्ञापन में खासतौर पर मांग की गई कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी की श्रेणी में शामिल कर न्यूनतम वेतन 26000 किया जाए। पर्यवेक्षक के रिक्त सो प्रतिशत पदों को योग्य आंगनवाड़ी कर्मियों की भर्ती की जाए। ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 माह का आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी दिया जाए। पेंशन दिए बिना सेवानिवृत्ति के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं किया जाए। ज्ञापन का वाचन राजकुमार पाटीदार द्वारा किया गया।