चित्तौड़गढ़। धर्म नगरी घोसुंडा में 3 जून को भोई समाज के हेमराज पिता कालू द्वारा भगवान लक्ष्मी नाथ जी को गाजे-बाजे और डीजे के साथ अपने घर मेहमान बना कर ले गए तथा रात्रि को भगवान की कथा कराई गई।
4 जून को पुनः घर से पालकी में भगवान को विराजित करके भगवान को डीजे पर नाचते गाते मंदिर पहुंचे। भगवान को विदाई देने के लिए ग्रामीण व समाज बंधु एकत्रित हुए। इसमें सभी ग्राम व समाज बंधु सम्मिलित हुए। यह जानकारी विश्व हिंदू परिषद के राधेश्याम ब्रह्मभट्ट राव ने दी।