भवानीमंडी। सब्जीमंडी की भूमि की नीलामी की बात पर सब्जीमंडी के थोक विक्रेता व रिटेल विक्रेता द्वारा शहर से वाहन रैली निकालकर उपखंड कार्यालय पहुंचे जहां पर सब्जीमंडी यथावत रहने व उसको व्यवस्थित तरीके से करने व नीलामी को रोकने के विषय में उपखंड अधिकारी कमल कुमार मीणा को ज्ञापन सौंपा गया।
इस दौरान बताया गया कि आखिरकार परिवर्तन की मार हम दिनदहाड़े मजदूरी करने व व्यापार करने वालों के ऊपर ही क्यों पड़ती है ।आखिरकार हमें एक स्थान से दूसरे स्थान पर कब तक भेजा जाएगा। हमें परेशान किया जा रहा है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा वर्तमान थोक और रिटेल सब्जीमंडी जंहा संचालित है उस भूमि की नीलामी के लिए हमें यहां से हटाया जा रहा है जबकि आज से करीब 10 साल पहले जब हमें यहां थोक व रिटेल सब्जी का व्यापार करने की जगह दी और कुछ समय बाद जब तत्कालीन भाजपा बोर्ड द्वारा हमें यहां से हटाया जा रहा था तो तत्कालीन उपखंड अधिकारी भवानीमंडी, पचपहाड़ तहसीलदार, व उस समय के पालिका अध्यक्ष रामलाल गुर्जर ने ही हमें लिखित में आश्वासन दिया था कि अब यहां से आप लोगों को कहीं नहीं हटाया जाएगा और व्यवस्थित सब्जीमंडी बनाकर दी जाएगी। परंतु वर्तमान पालिका बोर्ड इस जमीन की नीलाम करने के चक्कर में हमें हटा रही है जो तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी एवं नगर पालिका प्रशासन के आश्वासन का सीधा उल्लंघन है। हमारे हितों पर कठोर आघात है।
व्यवसाइयों ने आगे बताया कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर परिवर्तन की बात तो आसानी से हो जाती है लेकिन हम लोगों को अपनी थोक और रिटेल सब्जी की दुकान जमाने में, उसकी व्यवस्था करने में ही काफी समय लग जाता है। हमारा रोजगार प्रभावित हो रहा है। जबकि हमारी स्थिति ऐसी है कि रोज कुआं खोदो और रोज पानी पियो यानी जिस दिन काम किया उस दिन हमें मजदूरी मिल जाती है ऐसी स्थिति में हमारा एक-एक दिन कीमती है सबसे पहले हमें विजय टॉकीज के पास से हटाया गया। फिर कहा गया कि गांधी पार्क के पास लगा लो तो वहां गांधी पार्क से भी हटा दिया गया। नगरपालिका परिसर के आसपास से भी हटा दिया गया। अंतिम बार जब हमें राजस्थान बैंक के यहां पर जगह दी तो वहां से भी हटाया और तभी से हम यहां पर जमे हुए हे इस विषय पर विनम्र निवेदन है कि हमें वर्तमान जगह से नहीं हटाया जाए, नीलामी पर रोक लगाई जाए व तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी व पूर्व पालिका चेयरमैन के लिखित आश्वासन के अनुसार यहीं पर थोक और रिटेल सब्जी की दुकानों की व्यवस्थित व्यवस्था की जाए। वरना हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं कृपया हमारी समस्या का शीघ्र व जल्द ही उपाय करें और हमें हमारे स्थान से नहीं हटाने का आश्वासन दिया जाए।