तराना। प्रशासन ने बीना सुचना दिए एक कृषक की सोयाबीन फसल नष्ट कर दी। अपनी फसल नष्ट होते देख विरोध करने पहुंचे कृषक को प्रशासनिक अधिकारियों ने जमकर फटकार लगाई जिससे परेशान एवं व्यथित होकर कृषक द्वारा जहर खाने का मामला सामने आया है।
मामला गुरु पूर्णिमा सोमवार का है।जहा सभी गुरू पूर्णिमा उत्सव मनाने में व्यस्त थे उसी दौरान तहसीलदार डी.के.वर्मा प्रशासनिक अमले के साथ मय पुलिस बल के तोबरीखेड़ा रोड़ पर शासकीय भूमि पर करोड़ो रुपए की लागत से बनने वाले शासकीय महाविद्यालय की भूमि का सिमांकन करने पहुंचे थे। सिमांकन के दौरान पास में स्थित कृषक नरेंद्र ठाकुर निवासी खेड़ी मोहल्ला की कृषि भूमि में शासकीय भूमि निकली जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कृषक नरेंद्र को बीना सुचना दिए ही उसमें बोई गई सोयाबीन फसल को नष्ट कर दिया। जिसके बावजूद किसान ने कीटनाशक दवा पी ली थी जिसका उज्जैन में इलाज करवाया गया वहीँ किसानों द्वारा रैली स्वरूप नारे लगाते हुए एसडीएम कार्यलय पहुँच एसडीएम के नाम रीडर को घपण सौपा गया वहीँ घापन के दौरान पीड़ित की पत्नी ने बताया गया कि तोबरीखेड़ा रोड़ पर केई लोगों ने शासकीय भूमि पर कब्जा कर रखा है। लेकिन प्रशासन द्वारा राजनेतिक संरक्षण प्राप्त दबंगों के कहने पर भेदभाव पूर्ण कार्य कर बीना सुचना दिए जेसीबी चलाकर हमारी खड़ी फसल नष्ट कर दी इस भूमि पर हम बरसों से खेती कर रहे हैं। शासन की भूमि है तो हमें सुचित करते हम उसमें सोयाबीन की बुआई नहीं करते और हमारा आर्थिक नुकसान नही होता अगर जल्द कारवाही नही हूई तो उज्जैन कलेक्टर कार्यालय पहुँच धरना पर्दशन किया जाएगा