खरगोन। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा के विशेष प्रयासों और दूरदृष्टि से शहर के पास ही एक ऐसा क्षेत्र विकसित किया जा रहा है। जो विकसित होने के बाद निश्चित तौर पर निमाड़ रमणीय स्थल को गौरवांवित करने वाला क्षेत्र होगा। गुरुवार को कलेक्टर वर्मा अपने प्रशासनिक अमले के साथ निधिवन (मेहरजा स्थित इस्कान मंदिर के पास) पहुँचे। निधिवन का कार्य देखने का सम्पूर्ण दायित्व संभाल रही जिला पंचायत सीईओ ज्योति शर्मा ने यहां विकसित हो रहे हर एक हिस्से में होने वाले पौधरोपण तथा निर्माण कार्य की जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि इतनी बारिश के बाद भी इस पूरे क्षेत्र में बिना जूते चप्पल या पैर गंदे किये घुमा जा सकता है। इसके लिए प्राकृतिक पाथ वे बनाया जा रहा है। यहाँ कि पथरीली मिट्टी का समुचित उपयोग किया जा रहा है। बारिश कितनी भी हो कीचड़ या मिट्टी धंसने जैसी नहीं होगी। हर्बल गार्डन के अलावा गुलाब की विभिन्न प्रजातियों को निहारने का अवसर भी इस निधिवन में होगा। जिपं सीईओ शर्मा ने कहा कि इस कार्य में लगे अमले को लक्ष्य दिया गया है कि 15 अगस्त को पैडल बोटिंग कर सकें ऐसी स्थिति में आ जाये। तो ही हम लक्ष्य तक पहुँच पाएंगे।
रविवार को 10 हजार पौधे लगाने की योजना-
रविवार 9 जुलाई को एक दिन में 10 हजार पौधे लगाने की पूरी तैयारी की जा रही है। अभी 10 हजार गड्ढे खोदे जा चुके हैं। इसके अलावा करीब 15 प्रजाति के पौधे जिनमें अधिकांश पौधे पहुँच चुके हैं।
सभी जनपदों के सीईओ और सरपंच सचिव पौधरोपण में करेंगे सहभागिता-
कलेक्टर वर्मा ने रविवार को योजना बताते हुए निर्देश दिए कि जिले की सभी जनपदों के सीईओ और उनके 100-100 सरपंच-सचिव भी इसमें सहभागिता करें। साथ ही एक व्यक्ति को 10-10 पौधे लगाने का लक्ष्य प्रदान किया जाए। साथ ही आने वाले समय में और थोड़ा विकसित होने के बाद जिले के विद्यार्थियों के बीच इस निधिवन के लोगों के लिए प्रतियोगिता करें।
113 एकड़ में बनकर तैयार होगा निधिवन-
कलेक्टर वर्मा की योजनानुसार इस 113 एकड़ क्षेत्र को विभिन्न चरणों में पूरा किया जाएगा। जिससे आने वाली पीढ़ी में पर्यावरण के प्रति दिलचस्पी जागे। यहां बच्चों के लिए मनोरंजन की तमाम सुविधाएं व्यवस्थाएं जुटाई का रही है। साथ ही खान पान का भी उचित प्रबंध होगा।
शहर वासियों के लिए अवसर-
कलेक्टर वर्मा ने शहर वासियों तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों व सामाजिक संस्थाओं से आव्हान किया है कि जिला प्रशासन अपने प्रयास कर रहा है। इस स्थल को जनसहभागिता से विकसित किया जाएगा। शहर वासियों के लिए अवसर है कि वे आये और इस बारिश में पौधरोपण कर वन उत्सव मनाए। इस स्थल को सुरम्य और रमणीय बनाने में सभी का स्वागत है।