ग्वालियर। गुर्जर समुदाय द्वारा आज गुरुवार को किए गए गिरफ्तारी आंदोलन आवहान को लेकर पुलिस सतर्क है। इसी के चलते पुलिस लाइन में बुधवार को अश्रु गैस के फायर करने की पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग कराई गई। गुरुवार सुबह से पूरे शहर में 4 हजार पुलिस जवान-अफसर तैनात किए गए हैं। सुबह से ही शहर के चौराहों पर बैरीकेडिंग कर पुलिस तैनात नजर आई है। मेला मैदान जहां जेल भरो आंदोलन के लिए सभी एकत्रित होने वाले थे वहां पुलिस ने सुरक्षा का चक्रव्यू बना दिया है। एक बार उस चक्रव्यू में कोई उपद्रवी या हंगामा करने वाला घुसा तो वह बाहर नहीं निकल पाएगा। पुलिस ने शहर में छह पॉइंट पर अस्थायी जेल भी बनाई है।
सोशल मीडिया पर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण सहित गुर्जर समाज के विभिन्न संगठन एवं व्ठब् महासभा के लोग सोशल मीडिया पर गुरुवार के कार्यक्रम को लेकर ग्वालियर में जेल भरो आंदोलन में शिरकत करने वाली खबरें चलाई जा रही है। गुरुवार को गुर्जर आंदोलन के आव्हान पर पुलिस अलर्ट मोड पर है, जिसके चलते पूरे शहर भर में 4 हजार पुलिस जवान तैनात किए गए हैं, यह पुलिस जवान शहर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए हैं। शहर में प्रवेश करने वाले चारों एंट्री पॉइंटों पर पुलिस ने चेकिंग पॉइंट लगाए हैं, इसी कड़ी में पुलिस ने चेकिंग के दौरान सिकरौदा तिराहे से बाइक की नंबर प्लेट पर गोबर लगाकर शहर में घुसपैठ करते तीन संदेहियों को पकड़ा है। इन संदेहियों में से एक संदेही अपने हाथ पर जय भीम का टैटू गुदवाए हुआ था। वहीं पुलिस ने टोल प्लाजा से चार पहिया वाहन में प्रेस का आईडी कार्ड लटकाकर शहर में घुसने की कोशिश कर रहे आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप गोयल सहित तीन को भी पकड़ा है और इन सभी को पुलिस ने बनाई गई स्थाई जेल में रखा है।
इसको लेकर प्रशासन का कहना है कि जिले में धारा 144 लागू है। ऐसे में बिना अनुमति के किसी भी धरना प्रदर्शन आंदोलन या जुलूस की अनुमति नहीं है। गुरुवार के संभावित कार्यक्रम को लेकर भी पुलिस के पास कोई आवेदन नहीं आया है। 25 सितंबर को गुर्जर महाकुंभ के दौरान हुए उपद्रव और उसके बाद पुलिस कार्रवाई को लेकर गुर्जर और ओबीसी महासभा ने 12 अक्टूबर को जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया है। गुर्जर और ओबीसी महासभा का कहना है कि पुलिस ने शांति प्रिय आंदोलन के दौरान कुछ शरारती तत्वों की कारगुजारी के चलते समाज के कद्दावर लोगों को संगीन धाराओं में आरोपी बना दिया है और कई लोगों को पकड़कर जेल में ठूंस दिया है इसके विरोध में वे सामूहिक गिरफ्तारी देने वाले हैं ।
बता दें कि गुर्जर समाज के कुछ वरिष्ठ लोगों ने पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्यक्रम कार्रवाई करने का भी आरोप लगाया था। गौरतलब है कि गुर्जर महासभा महाकुंभ के दौरान जिला प्रशासन द्वारा फूल बाग मैदान में ज्ञापन नहीं लेने पर जुलूस के रूप में आंदोलन में शामिल लोग जब ज्ञापन देने जिला कलेक्ट्रेट भवन गए थे। जहां उनका पुलिस से विवाद होने के बाद पथराव शुरू हो गया था। पुलिस को भीड़ पर आंसू गैस के गोले भी चलाने पड़े थे। गुर्जर महासभा का यह भी कहना है की भीड़ में कुछ अन्य समाज द्वारा शरारती तत्वों के घुसने से माहौल बिगड़ गया था और इसमें गुर्जरों को बदनाम किया गया। इधर पुलिस किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए अपने आप को चुस्त दुरुस्त कर रही है।