खरगोन। शहर के भावसार मोहल्ला स्थित प्राचीन सिद्धनाथ महादेव मंदिर के गर्भगृह को चूहों (घूस) ने अंदर से खोखला कर दिया। फिलहाल मंदिर समिति द्वारा गर्व ग्राम में पुनर्निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसकी शुरुआत हो चुकी है।
मंदिर में स्थित भगवान सिद्धनाथ महादेव की सालंका के आसपास मंदिर समिति द्वारा चौहान से बचाव के लिए कांच के टुकड़े डाले गए हैं ताकि जो है उसे दोबारा से खोखला नहीं कर दे। इसके बाद सीमेंट कांक्रीट डाल मजबूत किया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष मनोज भावसार ने बताया कि फिलहाल गर्भगृह को विशेष रूप से तैयार कराया जा रहा है। बेसमेंट में कांक्रीट के साथ ही कांच की परत चढ़ाई गई है।
उन्होंने कहा कि मंदिर के गर्भगृह को जंगली चूहों द्वारा मंदिर में धंस रहीं फर्श को हटाकर देखा तो नमीं बहुत ज्यादा मिली। खुदाई की तो पता चला कि अंदर से चूहों ने गर्भगृह को खोखला कर दिया है। पूरे गर्भगृह में करीब तीन फीट खुदाई की है। मलबा हटाया है। नीचे से चूहों ने मिट्टी को खोदकर सुरंग बना दी है। उन्होंने बताया कि अब इसे जनसहयोग से दोबार तैयार कराया जा रहा है। समिति अध्यक्ष भावसार ने बताया कि गर्भगृह की खुदाई के दौरान विशेष सावधानी बरती जा रही है। यहां स्थापित शिवलिंग के आसपास छोड़कर खुदाई की गई है। नीचे कांच की परत डलेगी। इसके ऊपर कांक्रीट बेस और उसके ऊपर फिर कांच की परत जाएगी।
उन्होंने बताया कि चूहे कांच को कुतरते नहीं है। इसलिए यह प्रयोग किया जाएगा। समिति अध्यक्ष ने बताया कि मंदिर का जीर्णाेद्धार वर्ष 2011 में हुआ था। तब इसे पूरी तरह सुरक्षित ढंग से बनवाया। करीब 12 साल बाद चूहों ने जमीन के नीचे से इसके गर्भगृह को खोखला कर दिया है।