भोपाल। आज के परिवेश में टूटते परिवार और पति पत्नी के बिगड़ते रिश्तों में मधुरता लाने के गुर बताने के उद्देश्य से रविवार को शीतलधाम सोसायटी भोपाल में नवदम्पति शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित जोड़ो ने युगऋषि के परिवार निर्माण के सूत्र एक और एक मिलकर ग्यारह होने के बारे में जाना। मातृशक्ति अखंडदीप श्रद्धा संवर्धन उपयात्रा की श्रृंखला के तहत इस कार्यक्रम में करीब 300 लोग शामिल हुए। इस अवसर पर गायत्री परिवार ने बताए संगठित दाम्पत्य के सूत्र।
मुख्य वक्ता मधु श्रीवास्तव ने बताया कि गर्भिणी बहनें तीन माह के गर्भ को संस्कार प्रक्रिया और घर के वातावरण को सुखद और आस्तिक बनाकर कैसे देवमानवों को जन्म दे सकती हैं। उन्होंने गर्भ संस्कार के वैज्ञानिक पहलुओं के बारे में भी जानकारी दी। कटनी से आई बहन ज्योति ने शादी के समय लिए जाने वाले सात वचनों को याद रखते हुए सद गृहस्थ बनने के बारे में बताया।
इस अवसर पर उपस्थित 90 नवदंपति ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई, गायत्री परिवार ने जोड़ों का पाणिग्रहण संस्कार कराया। कार्यक्रम का संचालन सुरेश श्रीवास्तव और आभार हरीश केथोनिया द्वारा किया गया। इस अवसर पर गायत्री परिवार संगठन के जिला समन्वयक अशोक सक्सेना, एन.पी. बालड्या, धीरज मनी, यतीश गुप्ता,प्रजापति बहिन चतुर्वेदी, ममता मालवीय, सुनीता राजपूत, राखी राजपूत सहित शीतलधाम सोसाइटी, लिवरटी कालोनी, इंडस टाउन मंडीदीप के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।