भोपाल। कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कंवेंशन सेंटर में राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने संबोधित किया। रावत ने कहा, अंग्रेज जाते-जाते कह गए थे कि आप लोग अपने संविधान से देश बर्बाद कर दोगे। लेकिन, हमारे देश के लोगों ने ऐसा नहीं होने दिया।
उन्होंने कहा, तब के मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव की प्रक्रिया तय की और बैलेट बॉक्स बनवाया और चुनाव कराना शुरू किया। देश के पहले आम चुनाव इतने अच्छे से हुए कि उसकी सराहना दुनिया ने की। हमें आने वाले समय में भी पारदर्शिता के साथ इस व्यवस्था को और मजबूत बनाना है। इस मौके पर विधानसभा चुनाव 2023 में अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
मतदान से कोई तबका वंचित न रहे
राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि आजादी के बाद से चुनाव आयोग की हमेशा से यह कोशिश रही है कि चुनाव में मतदान करने से कोई भी तबका वंचित न रहने पाए। ऐसे लोगों की तलाश की जाती रही है जो वोटिंग से छूट जाते थे। अभी भी बहुत से लोग वोट डालने से वंचित रह जाते हैं लेकिन चुनाव आयोग की कोशिश जारी है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में कोई न कोई ऐसा रास्ता निकलेगा जिससे बहुत बड़ा तबका जो वोटिंग से वंचित रह जाता है वह भी वोटिंग से जुड़ जाएगा।
राज्यपाल ने कहा- मतदान का प्रतिषत बढ़ेगा
मुख्य अतिथि राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि हमें उम्मीद है की आने वाले समय में मतदान का प्रतिशत और अधिक बढ़ाने में सफल होंगे। लोकतंत्र यज्ञ को सफल बनाने के लिए इस काम में जुटने वाले सभी अधिकारी, मतदाता और मीडिया को बधाई देते हैं। विधानसभा चुनाव के पहले 30 लाख नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए थे, यह जानकर हमें प्रसन्नता हुई और मतदान करने के लिए बुजुर्ग वोटर्स को वाहनों के माध्यम से मतदान केंद्र तक लाने और घर पर मतदान कराने की जो सुविधा दी गई है वह भी सराहनीय है।
जागरूकता के लिए अधिक प्रयास हों
राज्यपाल ने कहा कि मतदाता जागरूकता के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है। चुनाव आयोग द्वारा घर-घर जाकर मतदाता पर्ची बांटने से जागरूकता में तेजी आई है पर इसे और अधिक सक्षम बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में उन्होंने देखा कि अधिकारी पंचायत में योजना का लाभ देने के लिए बैठे हैं, यह एक अच्छा काम हुआ है।