नीमच। शहर की जनता भीषण गर्मी में पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रही है। नगर सरकार के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की लापरवाही से शहर जल संकट की समस्या से जूझ रहा है। शहर में व्याप्त पेयजल संकट ने वार्डवासियों की रातों की नींद उड़ा दी हैं। वे दिनभर काम-धंधों में व्यस्त रहने के बाद रात में पानी के जुगाड़ के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। वॉइस ऑफ़ एमपी की टीम जल संकट पर वार्डों की पोल खोल के तहत आज इंदिरा नगर क्षेत्र में पहुंची। जहां लोगों ने जमकर नपा के जिम्मेदारों को कौंसा।
नगरीय क्षेत्र के 40 वार्डों में स्थिति भयावह-
नीमच शहर 40 वार्डों में विभक्त है। इन सभी 40 वार्डों में नगर पालिका मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराती है। नलों के माध्यम से पानी पहुंचाती है। लेकिन इन दिनों नगर पालिका की पाइप लाइन से वार्डवासियों के घरों तक नाममात्र का पानी ही पहुंच रहा है। कई क्षेत्रों में 2 तो कई क्षेत्रों में 3 दिन छोड़कर पेयजल की सप्लाई हो रही है। वह सप्लाई भी कुछ मिनट व नाममात्र की हो रही है। ऐसे में जनता को पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है।
कुंभकरण की नींद में सो रही नपा-
शहर में पेयजल संकट के बीच लोगों को आ रही दिक्कतों की पड़ताल करने के लिए वॉईस ऑफ एमपी टीम आज इंदिरा नगर क्षेत्र में पहुंची। जहां पत्रकार व कैमरे को देखते ही लोगों का गुस्सा फुट पड़ा। नागरिकों ने पेयजल को लेकर आ रही परेशानियों का बखान करते हुए जमकर नपा के जिम्मेदारों को कौंसा। इस दौरान वार्डवासियों ने बताया कि नलों से दो दिन छोड़कर पानी मिल रहा है। वह भी नाममात्र का आ रहा है। रात में शहर की टंकियों तक पहुंचकर पीने का पानी ला रहे हैं। नपा के जिम्मेदार कुंभकरण की नींद में सो रहे हैं।