उज्जैन। शिप्रा नदी के शुद्धिकरण और सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को रामघाट पर जल सत्याग्रह किया। प्रदर्शन में प्रदेशभर से आए शिव सैनिक शामिल हुए। वे पानी में उतरे और जोरदार नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा, तब तक सत्याग्रह चलता रहेगा।
बाला साहेब ठाकरे की शिवसेना से जुड़े इन कार्यकर्ताओं ने शिप्रा का पानी बोतल में भरकर दिखाते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मध्य प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने और शिप्रा नदी की सफाई की मांग दोहराई।
शिवसेना के राज्य प्रमुख सुनील शर्मा ने बताया कि शिप्रा शुद्धिकरण हमारी प्रमुख मांग है। नदी में व्यापक स्तर पर गंदगी है। सीएम ने समस्त जिलों के कलेक्टरों को आदेश दिया था कि सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाएं, लेकिन मठ मंदिर, स्कूलों, श्मशान सहित प्रदेश के कई जगह सरकारी जमीन से अब तक कब्जे नहीं हटाए गए हैं। शर्मा ने कहा कि सीएम उज्जैन से ही हैं। इसलिए शासन-प्रशासन को जगाने के लिए, मां शिप्रा की गोद में जल सत्याग्रह कर रहे हैं।