रतलाम। दो पुलिस अधिकारी 15 अगस्त को भोपाल में सम्मानित होंगे। एएसपी राकेश खाखा राष्ट्रपति पदक (पुलिस मेरीटोरियस सेवा पदक) 2025 से सम्मानित होंगे। वहीं बिलपांक थाना प्रभारी अयुब खान राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार (गैलेंट्री अवॉर्ड) से सम्मानित होंगे।
दोनों अधिकारी भोपाल पहुंच गए है। 15 अगस्त को भोपाल में होने वाले ध्वजारोहण व पुरस्कार सम्मान कार्यक्रम के फायनल रिहर्सल बुधवार को हुआ। जिसमें यह दोनों अधिकारी शामिल हुए। रतलाम एसपी अमित कुमार व पुलिस विभाग के अधिकारियों ने दोनों अधिकारियों को बधाई दी।
पहले भी हो चुका सम्मान
एएसपी राकेश खाखा पूर्व में केंद्रीय गृह मंत्रालय के केंद्रीय गृहमंत्री उत्कृष्ट सेवा पदक वर्ष 2022 से भी सम्मानित हो चुके है। मध्य प्रदेश पुलिस में राज्य प्रशासनिक सेवा से 17 फरवरी 2000 को डीएसपी पद पर नियुक्त हुए राकेश खाखा वर्तमान में रतलाम एएसपी हैं।
मूलत: बिलासपुर (बालाघाट) के निवासी एएसपी खाखा ने इंगलैंड और स्कॉटलैंड में उच्च शिक्षा प्राप्त की। खाखा नक्सलाइट क्षेत्र बस्तर, बिलासपुर, ग्वालियर, दमोह, विदिशा, राजगढ़, बुरहानपुर एवं जबलपुर में डीएसपी के रूप में कार्य कर चुके हैं। डीएसपी रहने के दौरान कई गंभीर एवं संपत्ति संबंधी अपराधों को सुलझाया है।
इसलिए मिला राष्ट्रपति पदक
एएसपी को पुलिस विभाग में 25 साल हो गए हैं। सर्विस कार्यकाल में उत्कृष्ट व साहस पूर्वक कार्य करना और किसी प्रकार का आरोप नहीं लगने पर राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जाता है। इस पदक की घोषणा केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा 7 माह पहले की गई थी। सार्वजनिक सुरक्षा और अपराध रोकथाम के प्रति समर्पण के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
इंदौर, मंडला, टीकमगढ़ में रहे चुके पदस्थ
रतलाम से पूर्व एएसपी के रूप में रेल इंदौर, होशंगाबाद, मंडला, टीकमगढ़ समेत प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी खाखा अपनी सेवाएं दे चुके हैं। जिला रतलाम में पदस्थापना के दौरान खाखा वर्ष-2024 में नवरात्रि एवं त्योहारों में फैले सांप्रदायिक तनाव को दूर करने में सराहनीय भूमिका निभाई है।
इसके पहले लोकसभा चुनाव 2024 में पिपलौदा क्षेत्र में गांव के लोगों द्वारा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी के साथ अन्य विभाग के अधिकारियों को मौके से भगाने के मामले में साहस का परिचय देकर गांव में पहुंचे थे। उन्होंने ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों को समझाइश देकर चुनाव की प्रक्रिया निर्विघ्न संपन्न करवाई थी।