BIG NEWS : नीमच जिले के इस नगर में पटाखे की आवाज वाले साइलेंसर से जनता परेशान, लगातार मिल रही शिकायत के बाद हरकत में आया विभाग, पढ़े खबर
नीमच। जावद में साइलेंसर से पटाखे की आवाज छोड़ने वाले ‘बुलेट राजाओं’ पर प्रशासन सख्त नहीं है। बाइक की तेज रफ्तार और आवाज वाले साइलेंसर से लोग परेशान हैं। दोपहिया वाहनों में लगे तेज आवाज का साइलेंसर इन दिनों नगरवासियों के लिए सिरदर्द बन गया है। युवा दोपहिया वाहनों में तेज आवाज वाले साइलेंसर लगाकर नगर की सड़कों में बेधड़क तेजी से वाहन दौड़ा रहे हैं। लेकिन ऐसे वाहन चालकों पर कार्रवाई नहीं होने से मनमानी बढ़ती जा रही है। इसके कारण ध्वनि प्रदूषण बढ़ रहा है। कुछ वाहन चालक नाबालिग भी है। युवा वर्ग दोपहिया वाहनों में मॉडिफाई करवाकर तेज और ज्यादा आवाज निकालने नए साइलेंसर लगवा रहे हैं। हॉर्न के शोर को इतने डेसीबल करने का दिया सुझाव- शहर में प्रेशर हार्न के कारण सबसे ज्यादा मरीज और छात्र परेशान हैं, आज शहर के हर मुख्य मार्ग पर बड़े-बड़े वाहन और बाइक में इसका उपयोग हो रहा है। मरीज के परिजन इस मामले में शिकायत भी नहीं कर पाते, क्योंकि प्रेशर हार्न का उपयोग करने वाले कहीं भी गाड़ी ले जाकर इसका उपयोग कर रहे हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने हॉर्न के शोर को 100 डेसीबल से कम करने का सुझाव दिया था, विशेषज्ञों का कहना है कि 8 घंटे तक 93 डीबी से अधिक ध्वनि के संपर्क में रहने पर कानों की सुनने की क्षमता को नुकसान हो सकता है।